योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, योगी आदित्यनाथ का पूरा नाम, इतिहास, राजनीतिक जीवन, परिवार, शिक्षा, [ Yogi Adityanath Biography in Hindi ] Full name, Age, wife name, Political life, Political History, Contact Number
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ज्यादातर सुर्खियों में रहते हैं, उनका नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में तब था जब उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री घोषित किया गया था। योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 के दिन उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने अपने 5 वर्ष के पहले कार्यकाल पूरा करके 25 मार्च 2022 को दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले वर्ष 1998 में भारत के 12वें लोकसभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज कर सबसे कम उम्र में ( 26 साल ) सांसद के रूप में शपथ ली थी।
वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ के पार्टी भारतीय जनता पार्टी और सहयोगी दलों के साथ कुल 273 सीट जीतकर एक बार फिर से मुख्यमंत्री की शपथ ली है। इस बार योगी आदित्यनाथ को चुनाव में कड़ी टक्कर मिलने की आसार थी लेकिन योगी जी और उनकी पार्टी ने मिलकर विपक्षी पार्टी के अरमानों पर पानी फेर दिया और दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में फिर से शपथ लिया।
Contents
योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय (Yogi Adityanath Biography in Hindi)
नाम ( Name ) | योगी आदित्यनाथ |
असली नाम ( Real Name ) | अजय सिंह बिष्ट |
जन्म ( Birthday ) | 5 जून 1972 |
जन्म स्थान ( Birthplace ) | पिचूर गांव, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत |
गृहनगर ( Hometown ) | गोरखपुर उत्तर प्रदेश भारत |
पिता ( Father ) | आनंद सिंह बिष्ट |
माता ( Mother ) | सावित्री देवी |
भाई ( Brother’s ) | मानेंद्र बिष्ट, महेंद्र सिँह बिष्ट, शैलेंद्र मोहन बिष्ट |
बहन ( Sister’s ) | पुष्पा देवी, कौशल्या देवी, शशि देवी |
धर्म ( Religion ) | हिन्दू |
उम्र ( Age ) | 49 साल |
जाती ( Caste ) | ठाकुर |
स्कुल ( School ) | पूरी प्राइमरी स्कूल, उत्तराखंड |
कॉलेज ( College ) | गढ़वाल यूनिवर्सिटी, श्रीनगर, उत्तराखंड |
शैक्षिक योग्यता ( Qualification ) | गणित में स्नातक ( B Sc ) |
अध्यात्मिक गुरु ( Spiritual Guru ) | महंत अद्वैयनाथ महाराज |
राष्ट्रीयता ( Nationality ) | भारतीय |
पेशा ( Profession ) | भारतीय राजनीतिज्ञ, धार्मिक मिशनरी |
राजनीतिक दल ( Political Parties ) | भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी ) |
नेटवर्थ ( Net Worth ) | 72 लाख प्रतिवर्ष |
वैवाहिक स्थिति ( Matital Sgatus ) | अविवाहित ( ब्रह्मचारी ) |
योगी आदित्यनाथ का जन्म, प्रारंभिक जीवन, शिक्षा ( Yogi Adityanath Birth, Education
उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। वे गोरखपुर के प्रसिद्ध मंदिर गोरखनाथ मंदिर के महंत भी है। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित यम्केश्वर तहसील के पचुरी गांव में हुआ था। योगी आदित्यनाथ के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट है और माता का नाम सावित्री देवी है। इनके भाई और तीन बहन भी हैं।
योगी आदित्यनाथ का शिक्षा ( Yogi Adityanath education )
योगी आदित्यनाथ की प्रारंभिक शिक्षा पौड़ी, उत्तराखंड के प्राथमिक विद्यालय में हुई। उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड से पढ़ाई की और 1992 मे गणित और विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने गणित में एम् एस सी की शिक्षा बात करने के लिए दाखिला लिया पर राम मंदिर में हो रहे आंदोलनों के कारण इनका मन विचलित हो गया और इनका ध्यान पढ़ाई से हट गया।
कॉलेज में योगी आदित्यनाथ की गिनती अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उभरते हुए नेताओं के रूप में होने लगी थी। उन्होंने छात्र चुनाव संघ में लड़ने की योजना भी बनाई लेकिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने निर्दलीय सदस्य के रूप में नामांकन भरा लेकिन वह 1992 के चुनाव में हार गए। इसके बाद केवल 22 वर्ष की उम्र में उन्होंने सांसारिक जीवन को त्याग कर सन्यास आश्रम चले गए।
योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित संगठन हिंदू युवा वाहिनी ( Yogi Adityanath Organization Hindu Yuva Vahini )
योगी आदित्यनाथ ने निजी सेना के रूप में एक संगठन हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना अप्रैल 2002 में रामनवमी के दिन की थी। हिंदू युवा वाहिनी संगठन खुद को हिंदुत्व और राष्ट्रवाद को समर्पित सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन के रूप में वर्णित करती है। इस संगठन का प्रमुख कार्य ग्राम रक्षा दल के रूप में हिंदू विरोधी, राष्ट्रवादी और माओवादी विरोधी गतिविधियों को नियंत्रित करना है।
हिंदू युवा वाहिनी संगठन का उद्देश्य : हिंदू समाज के भीतर एकता और आपसी सद्भावना, छुआछूत और उच्च निम्न वर्ग के बीच भेदभाव को पूरी तरह से खत्म करके, समाज के सामंजस्य पूर्ण विकास को बढ़ावा देना है। हिंदू युवा वाहिनी संगठन के इन्हें कामों से गोरखपुर में शांति बढ़ने लगी है और वही दंगों की संख्या में कमी आने लगी है।
योगी आदित्यनाथ से इन्हीं सब कामों की वजह से गोरखपुर के लोगों का योगी आदित्यनाथ पर विश्वास बढ़ने लगा जिसका परिणाम स्वरूप, वर्ष 2014 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ ने तीन लाख के अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
हिंदू युवा वाहिनी संगठन की शुरुआत कैसे हुई ( what date a established Hindu Yuva Vahini )
वर्ष 2002 भारत के लिए मुश्किल भरा समय था। 2002 के फरवरी के अंत में 3 दिनों के दौरान, बर्बर सांप्रदायिक दंगों ने भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात को बुरी तरह से नष्ट कर दिया। गोधरा दंगों के रक्तपात के बाद, वर्ष भर पूरे देश में कई छोटे अंतर-सांप्रदायिक संघर्ष होते रहे।
इन्हें कठिन समय को देखते हुए, और समस्या की गंभीरता को भागते हुए हैं योगी आदित्यनाथ ने, हिंदू समाज, हिंदू मंदिर, और अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए युवाओं के एक संगठन बनाया, जिन संगठन के लिए युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और इस संगठन को नाम दिया गया हिंदू युवा वाहिनी ( HYV )।
योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या और पोशाक ( Yogi Adityanath lifestyle and uniform )
योगी आदित्यनाथ को जानवरों से बेहद लगाव है खासकर गाय, कुत्ते, बिल्ली, और बंदर। योगी आदित्यनाथ हर दिन सुबह 4:00 बजे उठ जाते हैं उसके बाद योगा करते हैं। वे गायों से बहुत प्यार करते हैं जिसके कारण वह सुबह नाश्ता करने से पहले गाय को चारा खिलाते हैं और योगा और प्रार्थना करने के बाद गौशाला में गाय की सेवा करते हैं। योगी आदित्यनाथ की संस्था सड़कों पर बीमार पड़े जानवरों को अपनी संस्था में लाकर उनकी अच्छी इलाज और सेवा करती है।
योगी आदित्यनाथ की पोशाक की बात करें तो वे भगवा रंग का कुर्ता पहनते हैं। यह कुर्ता “नाखुनी सादा कुर्ता” के नाम से मशहूर है। इस कुर्ता को नाखुनी कुर्ता कहे जाने की भी एक कारण हैं। योगी आदित्यनाथ के कुर्ता सिलने वाले गोरखनाथ मंदिर कंपलेक्स के बुद्धि राम के मुताविक यह कुर्ता सिलने के लिए नाख़ून बड़े होने चाहिए। इस वजह से इसे नाखुनी कुर्ता भी कहां जाता है।
योगी आदित्यनाथ राजनीतिक जीवन, करियर ( Yogi Adityanath Political life, Career
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक जीवन 1996 में शुरू हुआ। उस समय योगी आदित्यनाथ को महंत अद्वेयनाथ के चुनाव अभियान के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई थी।
वर्ष 1998 में, ज़ब महंत अद्वेयनाथ सेवानिवृत्त हो गए, तब उन्होंने गोरखपुर सीट से आदित्यनाथ को नामित किया। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब वे केवल 26 वर्ष के थे। 12वी लोकसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ सबसे कम उम्र के सांसद थे।
वर्ष 1999 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से दूसरी बार सांसद चुने गए। 2004 तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीता। इसके बाद लगातार 2009 मे चौथी बार और 2014 में 5वीं बार योगी आदित्यनाथ ने अधिक वोटों से जीतकर लोकसभा सांसद के लिए चुने गए हैं।
वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमत मिला। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य में 12 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए जिसके लिए योगी आदित्यनाथ ने बहुत प्रचार किया लेकिन परिणाम संतोषजनक नहीं रहा। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के योगी आदित्यनाथ से पूरा प्रचार कराया गया, परिणाम स्वरूप 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक में योगी को विधायक दल का नेता चुन कर मुख्यमंत्री पद को सौंपा गया।
योगी आदित्यनाथ और राजनीतिक विवाद ( Yogi Adityanath Controversies)
धर्म परिवर्तन ( Convert Religion )
- वर्ष 2005 में, योगी आदित्यनाथ ने धर्म परिवर्तन अभियान शुरू किया इस दौरान उन्होंने विभिन्न धर्मों के कई लोगों को हिंदू धर्म में परिवर्तित किया। योगी आदित्यनाथ ने शुद्धिकरण अभियान के नाम में उत्तर प्रदेश के एटा मे 1,800 मुस्लिमों को हिंदू धर्म में परिवर्तित कर दिया।
- साल 2007 में मुहर्रम के त्यौहार के दौरान हिंदू मुस्लिम संघर्ष में एक हिंदू बच्चे की मौत हो गई। संघर्ष खत्म होने के, योगी आदित्यनाथ ने उस जगह का दौरा किया, जहां पर बच्चे की मौत हुई थी और योगी आदित्यनाथ ने अभद्र भाषाण दी। उनके भाषण के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने योगी आदित्यनाथ और उनके खुशियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसके चलते पूरे गोरखपुर में हिंसा हो गई। 1 सप्ताह के बाद योगी आदित्यनाथ को रिहा कर दिया गया था लेकिन इस दौरान 10 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
- वर्ष 2015 में, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत की गई और उन्होंने भाग लेना अनिवार्य कर दिया। पूरे देश में कई लोगों और अल्पसंख्यकों ने कहा कि वे योग दिवस में भाग लेंगे लेकिन सूर्य नमस्कार नहीं करेंगे ; क्योंकि जो उनकी धार्मिक भावनाओं का विरोध करता है।
योगी आदित्यनाथ और विवादास्पद बयान ( Yogi Adityanath Controversial Statement )
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विवादों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पैसे विवादित बयान भी दिए हैं जिसे बवाल खड़ा हो गए थे। जानते हैं उनके विवादित बयानों के बारे में
- योगी आदित्यनाथ ने 2005 मे उत्तर प्रदेश राज्य के एटा मे एक सभा को संबोधित करते हुए कहा मैं तब तक नहीं रुकूंगा जब तक मैं यूपी और भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बना देता।
- 30 जनवरी 2017 को साहिबाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, जब मैं पश्चिमी यूपी को देखता हूं तो मुझे पछतावा होता है…19 जनवरी 1990 को कश्मीर से हिंदुओं को सामूहिक पलायन करना पड़ा। एक बड़ा नरसंहार हुआ। ऐसा नजारा केवल बंगाल में था या फिर पश्चिमी यूपी में।
- 31 अगस्त 2014 को एक टीवी कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा, हम चाहते हैं कि आप किसी की हत्या न करें और शांति से रहे और प्रगति पर ध्यान केंद्रित करें।
- 4 नवंबर 2015 को शाहरुख खान के बयान को लेकर उन्होंने कहा, कि शाहरुख खान को याद रखना चाहिए कि शाहरुख खान को याद रखना चाहिए कि अगर समाज में एक बड़ा जन की फिल्मों का बहिष्कार करता है, तो उन्हें भी एक सामान्य मुस्लिम की तरह सड़कों पर घूमना होगा। उन्होंने आगे कहा…. मुझे लगता है कि शाहरुख खान और पाकिस्तानी हाफिज सईद के भाषा में अंतर नहीं है।
- योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के एक भाषण में कहा, एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन किया जाता है, तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर आएंगे। जिस तरह से हिंदू लड़कियों का अपमान किया जाता है, मुझे नहीं लगता कि एक सभ्य समाज इसे स्वीकार करेगा… अगर इस मामले में सरकार कुछ नहीं कर रही है, तो इस मामले को हिंदुओं को अपने हाथ में लेना होगा।
- योगी आदित्यनाथ ने लव जिहाद के बारे में बोलते हुए कहा, हम किसी भी कीमत पर राज्य में हिंदुओं के उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेंगे… पूर्वी यूपी में अगर कोई हिंदुओं को छूने की कोशिश करता है तो उन्हें परिणाम भुगतना होगा।
- 13 अगस्त 2014 को योगी आदित्यनाथ ने संसद में कहा, आप ( गैर-बीजेपी पार्टी ) दावा करते हैं कि आप धर्मनिरपेक्ष हैं, लेकिन आप जो एजेंडा लागू करते हैं वह सांप्रदायिक हैं…….देश में 12 लाख हिंदू संत है लेकिन आप इमामो को वेतन देने की बात करते हैं, क्या यही धर्म है?
- 7 सितंबर 2014 को नोएडा में एक रैली संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, समाजवादी पार्टी के ढाई साल में पश्चिमी यूपी में 450 दंगे हो चुके हैं, क्योंकि एक खास समुदाय की आबादी कई गुना बढ़ रही है। 10-20 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी है, वहां छिटपुट सांप्रदायिक घटनाएं होती है। 20-35 प्रतिशत होते हैं, वहां गंभीर सांप्रदायिक दंगे होते हैं और जहां 35% से ज्यादा होते हैं वहां गैर मुसलमानों के लिए कोई जगह नहीं होती।
- जुलाई 2016 में उत्तर प्रदेश के यूपी में एक सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, भारत मे धर्म प्रचार करने की साजिश की हिस्सा थी, जिन्होंने सेवा करने के नाम पर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन किया।
- 9 जून 2015 में योग दिवस मे, योगी आदित्यनाथ ने कहा, योग की शुरुआत करने वाले सबसे बड़े योगी भगवान महादेव से, इस देश के कण-कण में महादेव निवास करते हैं। तो जो लोग योग और भगवान शंकर से बचना चाहते हैं वे हिंदुस्तान छोड़ सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 15 बड़े फैसले ( Yogi Adityanath 15 biggest decision )
1. योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने पहले ही दिन अवैध बूचड़खाने को बंद करवा दिया, जो कि भारतीय जनता पार्टी ने वादा किया था और उन्होंने पूरा किया। इलाहाबाद के दो बूचड़खाने खाने रामबाग और अटाला को सील कर दिया गया।
इसके बाद में गाजियाबाद के डासना जिले में स्थित एक बूचड़खाने में भी ताला लगा दिया गया। वाराणसी में कथित तौर पर अवैध रूप से चलाए जा रहे एक बूचड़खाने को भी बंद कर दिया गया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रूप से चलाई जा रही कई मांस के दुकानों को भी बंद करवा दिया गया।
2. उत्तर प्रदेश राज्य के शीर्ष अधिकारियों की पहली बैठक में, नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सभी पुलिसकर्मियों को एक सप्ताह के भीतर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करने की निर्देशन दिया।
3. उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने राज्य में वीआईपी संस्कृति पर नकेल कसते हुए सभी मंत्रियों के गाड़ी से लालबत्ती हटाने का आदेश दिया और कहा कि किसी भी मंत्री के वाहनों के ऊपर लाल बत्ती का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
4. बूचड़खाने पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का दुरुपयोग कर रहे गौरक्षकों से सख्ती से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया।
5. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय पैटर्न मंत्री महेश शर्मा से मुलाकात की और अयोध्या में विशाल रामायण संग्रलय के निर्माण पर चर्चा की। माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने इसके लिए 25 एकड़ जमीन को मंजूरी दे दी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए केंद्र सरकार पहले ही 154 करोड रुपए का को आवंटित कर चुका है।
6. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला प्रति छेड़खानी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों को अधिक सतर्क रहने को निर्देश दिया।
7. मुख्यमंत्री बनने के दूसरे दिन योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में महिला प्रति छेड़खानी को रोकने के लिए लखनऊ क्षेत्रके 11 जिलों में एंटी रोमियो दस्ते की गठन के आदेश जारी किए, जैसा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र में विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था।
8. अपने कार्यकाल के तीसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औपचारिक रूप से पुलिस अधिकारियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में संचालित अवैध सभी बूचड़खाने और मांस की दुकानों को बंद करने के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देशन दिया।
9. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गायों की तस्करी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने जिला पुलिस प्रमुखों से ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल सभी लोगों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को निर्देश दिया।
10. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा विभिन्न विभागों निगमों में नियुक्त सभी सलाहकारों, उपाध्यक्ष और अध्यक्षों की सेवाएं भी बंद कर दी। इन सभी सलाहकारों को मंत्री की बराबर के शक्ति प्राप्त थी।
11. मुख्यमंत्री ने इलाहाबाद में बसपा के एक नेता की हत्या का जिक्र करते हुए डीजीपी जावेद अहमद को दोषियों को गिरफ्तार करने और 15 दिनों के भीतर राज्य में कानून व्यवस्था नियंत्रण बहाल करने का खाका तैयार करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासन से संबंधित मामलों में किसी भी स्तर पर राजनीतिक हस्तक्षेप को समाप्त करने का भी आह्वान किया।
12. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों से अगले 15 दिनों के भीतर अपनी संपत्ति और आय का खुलासा करने और मुख्यमंत्री सचिवालय और भारतीय जनता पार्टी कार्यालय को विवरण प्रस्तुत करने को भी कहा।
13. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को कोई भी गैर जिम्मेदाराना बयान देने के खिलाफ आगाह किया, जिससे राज्य में किसी भी जातीय या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे।
14. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों को 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के विजन दस्तावेज सौंप दिया और उन दस्तावेजों को अध्ययन करने और इसके त्वरित और पूर्ण कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा किए गए कार्यक्रम पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट के अनुरूप होने चाहिए
15. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने वाली घटनाओं में समय पर पुलिस हस्तक्षेप के लिए सोशल मीडिया की प्रभावी निगरानी करने का भी निर्देशन दिया। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों से महिलाओं के इलाज के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलने के लिए अपील की और महिला सुरक्षा से संबंधित मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने को कहा।
उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ की उपलब्धियां ( Yogi Adityanath Achievement and Awards )
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले अवैध स्लॉटरहाउस को बंद करवाया।
- उन्होंने छोटे किसानों का कर्जा माफ किया।
- मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में माफिया का सफाया कराया और अपराधियों की सभी अवैध संपत्ति को सीज करवाया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कराने में अहम भूमिका निभाई। हिंदू आराध्य देव श्री पुरुषोत्तम राम के मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथों से करवाया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया और पहचान छुपाकर महिलाओं के साथ छल करके शादी करने वालों के खिलाफ कड़ा कानून बनाया।
- पूरे दुनिया में महामारी के रूप में फैले हुए कोरोना बीमारियों से लड़ने के लिए मॉडल प्रस्तुत किया गया जिससे कोरोना पर प्रभावी रूप से काबू पाया गया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के नोएडा सिटी में एक बहुत बड़ी फिल्म सिटी बनाने का भी एलान किया।
- उत्तर प्रदेश में आ रहे निवेश को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश में 56 हजार करोड रुपए से अधिक का निवेश हुआ है। जिसमें देश की पहली डिस्प्ले यूनिट और डाटा सेंटर पार्क उत्तर प्रदेश में स्थापित हो रहे हैं।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना भी की और गन्ना किसानों का 1.27 लाख करोड़ के बकाया मूल्य भी भुगतान किया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पवित्र गंगा नदी की सफाई अभियान चलाया, राम मंदिर निर्माण, और विभिन्न पर्यटकिय स्थलों का नवनिर्माण करके राज्य के क्षेत्र में भी सुधार किया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के सभी 1.21 गांव तक बिजली पहुंचाने का काम जोरों से हुआ। जिला मुख्यालय में 24 घंटे, तहसीलों में 20-22 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 16-18 घंटे बिजली की आपूर्ति की।
- केके (सिंगर) कि जीवन परिचय जन्म, पत्नी, करियर, परिवार, नेटवर्थ, मृत्यु
- भारतीय राजनीतिज्ञ राज ठाकरे का जीवन परिच
- विनायक दामोदर सावरकर जीवनी, इतिहास, रोचक तथ्य
- 20 सदी के अपराजेय गामा पहलवान की जिवनी
- नोरा फतेही की जीवन परिचय
FAQ:
योगी आदित्यनाथ का असली नाम क्या है?
ब्रह्मचारी धारण करने से पहले योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट था लेकिन ब्रह्मचारी धारण करने के बाद उनको योगी आदित्यनाथ कहे जाने लगा।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कितनी बार शपथ ली है?
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दो बार शपथ ली है। पहली बार 19 मार्च 2017 और दूसरी बार 25 मार्च 2022।
योगी आदित्यनाथ का माता पिता का नाम क्या है?
योगी आदित्यनाथ का पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट है जोकि रेंजर थे और माता का नाम सावित्री देवी था हैं।
योगी आदित्यनाथ के कितने भाई बहन हैं?
योगी आदित्यनाथ का तीन भाई और तीन बहन है, जो इस प्रकार है,
भाई : मानेंद्र बिष्ट, महेंद्र सिँह बिष्ट, शैलेंद्र मोहन बिष्ट
बहन : पुष्पा देवी, कौशल्या देवी, शशि देवी
अंतमे:
दोस्तों, उम्मीद करता हूं कि यह पोस्ट ( योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय ) आपको पसंद आया होगा।
इस पोस्ट से संबंधित आपकी अगर कोई प्रतिक्रियाएं है, तो हमें Contact Us मे जाकर ईमेल कर सकते हैं। पोस्ट पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!