लूडो का खेल दिमाग का खेल है या किस्मत का | Ludo ka Khel Dimag ka Khel Hai ya Kismat ka

जानिए की बचपन का खेल लूडो किस्मत पर आधारित खेल है या फिर दिमाग का।

लूडो गेम ऐतिहासिक  नाम पच्चीसी था, जो आज काफी प्रचलित होता जा रहा है।  पहले यह गेम पच्चीसी नाम से जाना जाता था।  समय  के बदलाव के साथ हर चीज में कई बदलाव आया। इसके साथ ही लूडो के खेल में भी काफी बदलाव आए। इसके अस्तित्व के प्रमाण 6 वीं शताब्दी में एलोरा की गुफाओं की नक्काशी से भी मिले हैं। धीरे धीरे यह खेल विकसित होता चला गया और अभी भी सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक बना हुआ है  वहीं यह एक ऐसा खेल हैं  जिसके बारे में अधिकतम लोग जानते हैं बल्कि इसे खेलते भी हैं और आज इसके कई सारे दीवाने देखने को मिल जाएंगे। जब आप एक बार नजर घूमते हैं तो आपको खाली समय में लूडो खेलकर समय बिताने वाले आपको काफी सारे लोग देखने को मिल जाएंगे। जब आप किसी व्यक्ति से पूछते हैं कि क्या आप मेरे साथ लूडो खेल सकते हैं तो यह खेलने के लिए लोग माना नहीं करते  हैं।

जैसे जैसे समय बदलता चला गया वैसे वैसे  बचपन का खेल लूडो बदलता चला गया। आज भी इस लूडो गेम को खेलने के लिए सभी उत्साहित रहते हैं और  विभिन्न ऐप्स आ चुकी हैं  जो हमारे बचपन की पुरानी यादों और बोर्ड गेम खेलने की संस्कृति को वापस लाने की कोशिश कर रही हैं। जैसे ही ऑनलाइन लूडो खेलने का प्रचलन आया भारतीय इसकी ओर आकर्षित होते चले गए।  सभी ऑनलाइन लूडो की ओर  आकर्षित हुए और खेलने के लिए लूडो चाहिए की भी आवश्यकता नहीं होती है। आप केवल अपने फोन या लैपटॉप में एक ऐप डॉउनलोड करके  लूडो गेम को खेलना शुरू कर सकते हैं। लूडो गेम को खेलने से भी हमें दोस्तों के साथ खेलने जैसी  खुशी मिलती है और यह सभी तरह की बोरियत को दूर करने के लिए यह एक बेहतरीन तरीका माना जाता है। इसके साथ ही अगर आप जानना चाहते हैं कि लूडो दिमाग का या किस्मत का खेल हैं।

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लूडो किस्मत या दिमाग का खेल [Ludo ka Khel Dimag ka Khel Hai ya Kismat ka]

आज के समय में पैसे कमाने वाले गेम ऑनलाइन ludo एक ऐसा खेल है जिसके बारे में अधिकतर लोग जानते हैं तो वहीं अधिकतर लोग इसे खेलते भी हैं। जब आप लूडो गेम को खेलने के लिए जाते हैं तो इस गेम में आपको इसके नियमों को समझने की आवश्यकता पड़ती हैं और इस खेल को खेलने के लिए आपको एक रंग की गोटी लेनी पड़ती हैं। पहले चुनाव करें कि यह गेम आप ऑनलाइन ऐप के माध्यम से खेलने जा रहे है या फिर कार्ड बोर्ड पर अगर हम बात करें ऑनलाइन खेलने की या ऑफलाइन खेलने की दोनो में ही पासे से आए नंबर पर गोटियां आगे बढ़ानी पड़ती हैं। इसके अलावा जब आप कार्ड बोर्ड पर खेलते समय अपनी गोटी विजय के लिए आगे बढ़ाएं तो पहल आपको अपने साथ खेलने वाले खिलाड़ी की गोटी काटनी होती है इससे आपको तोड़ मिल जाता है यानी की आप अब अपनी गोटी को अन्दर विजय करा सकते हैं। लेकिन ऑनलाइन खेलने के लिए आपको तोड़ की आवश्यकता नहीं पड़ती गोटी सीधा विजय हो जाती हैं।

अगर हम बात करें की लूडो किस्मत का खेल हैं या दिमाग का तो आपको बता दें कि जब आप पास फेंकते हैं तो जो नंबर आएगा वो यांच्छिक होते हैं यह पहले से निर्धारित नहीं होते हैं कि क्या नंबर आएगा फिर जिसके अच्छे नंबर आएंगे वो जल्दी अपनी गोटी विजय कर लेगा और दिमाग का उपयोग भी करना पड़ता है कि किस नंबर पर कौन सी गोटी चलनी हैं। इसका अर्थ है कि यह गेम जितना किस्मत पर आधारित है उतना दिमाग ( कौशल) पर नहीं । वहीं यह 75 प्रतिशत किस्मत और 25 प्रतिशत दिमाग( कौशल) का खेल है। इसके साथ ही आपको यह दिमाग लगाने की आवश्यकता होती हैं कि किस समय आपको कौन सी गोटी आगे बढ़ानी हैं जिससे आप जल्द ही अपनी गोटियां विजय करके जीत हासिल कर सके।

लूडो किस्मत का खेल क्यों

जब आप लूडो गेम खेलने के लिए जाते हैं तो यह बात ध्यान रखे कि यह किस्मत का खेल हैं क्योंकि इसमें हर चाल आपके पासे पर निर्भर करती है कि आप क्या चाल चलेगी। इसके अलावा यह पूरी तरफ से किस्मत का ही खेल नहीं है हम यह कह सकते हैं। क्योंकि जब आपके नंबर आते हैं तो आपको यह सोचना विचारना पड़ता है कि आपको कौन सी चाल चलनी है।

  • सभी की गोटी एक साथ नहीं खुलती हैं जिसके 6 पहले आ जाए उसकी गोटियां पहले खुल जाएगी।
  • जब आप गेम खेल रहे है और विरोधी की गोटी 2 नंबर से कटेगी आपके 2 नंबर नहीं आते तो आप नहीं खेल पाएंगे।
  • खेल में अधिकांश भाग में चाल पासे पर ही निर्भर होती है।
  • आपकी चाल आपके पास नहीं होती हैं क्योंकि पूरी तरह पासे पर निर्भर करता है।
  • इसके अलावा अगर आपकी गोटी 4 नंबर आने से विजय हासिल हो जाएगी वो नंबर आपके न आए और सामने वाले के पहले नंबर आ जाए तो वो जीत जाएगा।
  • यह एक पासे पर आधारित खेल है अगर आपकी किस्मत अच्छी हैं तो आप जल्द ही विजय हासिल कर लेंगे।

लूडो  किस्मत पर आधारित खेल होने के बावजूद दिमाग का खेल क्यों? 

लूडो गेम दिमाग से ज्यादा किस्मत पर आधारित खेल हैं। अगर हम बात करें कि ऐसा क्यों तो यह ऐसा इसलिए आपको इस खेल में एक पासे के माध्यम से ही खेलना पड़ता है। साथ ही पासे से आने वाले नंबर के आधार पर ही अपनी गोटियों को आगे बढ़ना होता है। वहीं यह किस्मत पर आधारित होने के बावजूद भी दिमाग का खेल भी है क्योंकि जब आपके पास हर चीज होती है और आपको ज्ञान ही नहीं तो वह आपके लिए बेकार है।

  •  पासे से नंबर आने के बाद आपको विचार करना पड़ता हैं कि कौन सी गोटी को आगे चले जिससे आप जीत हासिल कर सके। 
  • इसके अलावा आपको यह सोचकर गोटी आगे बढ़ानी होती है कि आपके साथ खेलने वाला व्यक्ति कही बाजी न मार लें।
  • सही नंबर का सही उपयोग करने की आवश्यकता होती हैं।
  • बिना ज्ञान के आप जल्दी जीत हासिल नहीं कर सकते हैं क्योंकि आपको अपने दिमाग से गोटियों की चाल चलनी होती हैं।

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