Kaziranga National Park Tiger Reserve: काजीरंगा नेशनल पार्क भारत के पूर्वोत्तर राज्य आसाम में स्थित है और इसमें गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग और नागांव जिले शामिल है जो हिमालय की सीमा से लगे हुए हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी घोषित किया गया है। यह नेशनल पार्क 170 वर्ग मील में फैला हुआ है। काजीरंगा नेशनल पार्क में बड़े-बड़े घास के मैदान, लैगून, एक सींग वाले गैड़े, और बंगाल टाइगर के निवास स्थान है।
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Kaziranga National Park Tiger Reserve

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काजीरंगा नेशनल पार्क: के इतिहास
काजीरंगा नेशनल पार्क सबसे पहले भारत के तत्कालीन Viceroy की पत्नी Mary Curzon के सुझाव पर स्थापित किया गया था। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने काजीरंगा नेशनल पार्क का दौरा किया और उन्हें कोई गैड़ा नहीं दिखी, उसके बाद उन्होंने अपने पति से गैड़ा की रक्षा करने का एक प्रस्तावना पारित करने का आग्रह किया और इस प्रकार से 1905 जून में काजीरंगा नेशनल पार्क बनाया गया।
उस समय काजीरंगा नेशनल पार्क केवल 90 वर्ग मील में फैला हुआ था, लेकिन उसके बाद भी इस पार्क का विकास जारी रहा। अगले 3 वर्षों में पार्क का क्षेत्र का विस्तार लगभग 150 वर्ग मील होकर ब्रह्मपुत्र नदी तक पहुंच गया। उसी समय, इस पार्क को ‘आरक्षित वन’ और फिर 1916 में काजीरंगा खेल अभयारण्य भी घोषित किया गया। 1938 तक पार्क के भीतर शिकार करने की अनुमति दी गई थी बाद में आधिकारिक रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया।
1950 में, इस पार्क का नाम बदलकर कांजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य कर दिया गया। आखिरकार 1968 में पाक को राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया, कुछ साल बाद 1974 में इस पार्क को अधिकारिक सरकारी दर्जा प्राप्त हुआ। अंत में, काजीरंगा को 1985 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया और स्थानीय लोगों और संरक्षण वादियों द्वारा संरक्षित किया गया।
काजीरंगा नेशनल पार्क: भौगोलिक स्थिति
काजीरंगा नेशनल पार्क असम के गोलाघाट और ना गांव जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसा हुआ है। यह पार्क पूर्वी किनारे से पश्चिम तक लगभग 40 किलोमीटर और उत्तर से दक्षिण तक 11 किलोमीटर की दूरी तय करता है। कुल मिलाकर यह नेशनल पार्क 146 वर्ग मील का क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह क्षेत्र आम तौर पर काफी समतल है। स्पार्क के उत्तरी और पूर्वी किनारे ब्रह्मपुत्र नदी से लगता है और दक्षिणी किनारा मोरा डिफ्लू नदी से लगती है। नेशनल पार्क चारों तरफ से नदियों से घिरे हुए हैं।
काजीरंगा नेशनल पार्क में मानसून के मौसम में बाढ़ आना आम बात है। मानसून के महीनों में इस पार्क में बड़े बड़े तालाब और झीले बन जाती है। नदी के किनारे के द्वीप जिन्हें चैपोरी कहा जाता है, बाढ़ के मौसम में सभी जानवरों के लिए सुरक्षित जगह बन जाता है।
सेंडबार और तराई के अलावा, इस क्षेत्र में सवाना के साथ-साथ उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय घास के मैदान और झाड़ियां है।
अर्ध-सदाबहार वन ब्रह्मपुत्र घाटी के अधिकांश भाग में निवास करते हैं, और उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय नम चौड़ी पत्ती वाले वन, उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों को आबाद करते हैं.
काजीरंगा नेशनल पार्क: में पाए जाने वाले वन्य जीवजंतु और पंछी

कांजीरंगा नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वन्यजीवों में एक सींग वाला गैंडा विशेष है। एक सींग वाला गैंडा दुनिया में सबसे अधिक इसी पार्क में पाया जाता है। एक सींग वाला गैंडा गैडो की प्रजातियों में सबसे बड़ा होता है। IUCN क़े अनुसार, इस प्रकार के प्रजातियों को दुर्लभ प्रजातियों की सूची में सूचीबद्ध किया गया है।
एक समय इतना व्यापक रूप से शिकार गया कि यह अनुमान लगाया गया था कि बीसवीं शताब्दी के शुरुआत तक केवल 200 गैड़ा ही बचे हुए हैं। लेकिन भारत और नेपाल द्वारा कड़े सुरक्षा नियमों और संरक्षण के प्रयास के बाद गैड़ो की संख्या में भारी सुधार आया है। 2021 तक लगभग 3,700 गैड़ा जंगल में मौजूद है।
भारत और नेपाल के इस प्रयास और संरक्षण को पूरे एशिया में किसी भी संरक्षण प्रयास की सबसे बड़ी सफलता माना गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क के प्रति दृढ़ निष्ठां और संरक्षण ने इन बढ़ती गैड़ो की आबादी को बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाई है।

काजीरंगा नेशनल पार्क में एशियाई जल भैंस और पूर्वी दलदली हिरणों की सबसे बड़ी आबादी पाई जाती है। इसके अतिरिक्त, कई भारतीय हाथी इस क्षेत्र में बार-बार आते हैं और वर्षों से पूरे पार्क में हाथी की सैर करना संभव हो गया है। विभिन्न प्रकार के हिरण और सूअर भी इस क्षेत्र में पाए जाते हैं।
बड़े शाकाहारी जानवर इस पार्क के भीतर पाए जाने वाले एकमात्र बड़े जानवर नहीं है। काजीरंगा नेशनल पार्क में तेंदुआ, भालू, जंगली बिल्लियां, मछली पकड़ने वाली बिल्लियां, तेंदुआ बिल्ली और दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध बंगाल टाइगर भी पाए जाते हैं।
बंगाल टाइगर वास्तव में कॉन्टिनेंटल टाइगर की एक उप-प्रजाति है, यह एक प्रकार की बड़ी बिल्ली हैं जो एशियाई मुख्य भूमि में पाए जाते हैं। बंगाल टाइगर दुर्लभ वन्य जंतु में सूचीबद्ध है। बंगाल टाइगर की संख्या में लगातार कमी हो रही है। 2021 में WWF के रिकॉर्ड के मुताबिक, पूरे दुनिया में केवल 3,500 बाघ मौजूद है। अवैध चोरी-शिकारी और बढ़ती जंगलों की विनाश इसकी मुख्य वजह है।
यही कारण है कि काजीरंगा नेशनल पार्क जैसे संरक्षण क्षेत्र वन्य जीवजंतुओं को बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। काजीरंगा नेशनल पार्क को 2006 में आधिकारिक तौर पर नेशनल टाइगर रिजर्वेशन घोषित किया गया था। उस समय इस नेशनल पार्क के भीतर बंगाल टाइगर की संख्या 118 दर्ज की गई थी।
काजीरंगा नेशनल पार्क क्षेत्र में पाए जाने वाले अन्य जानवरों में विभिन्न प्रकार के नेवले और सिवेट, बंगाल लोमड़ी, सुनहरा सियार और पैंगोलिन की कई किस्म शामिल है। इस पार्क में अलग-अलग प्रकार के प्राइमेट भी पाए जाते हैं। जिनमें आसामी मकाक, गोल्डन लंगूर, कैप्पड़ लंगूर और हुल्लाक गिब्बन शामिल हैं, जो भारत में पाए जाने वाले एकमात्र बंदर है।
अन्य दुर्लभ प्रजातियों में शामिल है हार्पिड खरगोश, जो लुप्तप्राय है और दूसरा है गंगा डॉल्फिन जो एक प्रकार की मीठे पानी की नदी में पाए जाने वाले डॉल्फिन है, जो विशेष रूप से केवल दक्षिण एशिया में पाया जाता हैं। इस प्रजाति को लुप्तप्राय के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है। पंक्षियों, सरीसृपो, उभयचरों और अकशेरूकी जीवो की एक महान विविधता भी इस संरक्षित क्षेत्र में निवास करती है।
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अंतमे:
आज के इस पोस्ट में, आपने भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क के बारे में जाना। जो कि आपके लिए महत्वपूर्ण ज्ञान हो सकता है। और मुझे उम्मीद है कि यह पोस्ट पढ़ के आपको भी बहुत कुछ जानने को मिला होगा और आपको जा पोस्ट पसंद आया होगा।
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FAQ:
काजीरंगा नेशनल पार्क क्यों प्रसिद्ध है?
काजीरंगा नेशनल पार्क एक विश्व धरोहर स्थल है जो एक सींग वाले गैड़ा के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह पार्क में जंगली भैंस, एशियाई हाथी, और बंगाल टाइगर के लिए भी प्रसिद्ध है।
काजीरंगा नेशनल पार्क किसने स्थापित किया था?
काजीरंगा नेशनल पार्क को सर्वप्रथम 1905 में Mary Curzon क़े अनुरोध में Viceroy द्वारा स्थापित किया गया था। लेकिन आधिकारिक तौर पर इस नेशनल पार्क को 1968 में असम सरकार द्वारा काजीरंगा नेशनल पार्क के रूप में घोषित किया गया।
भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?
Corbett Tiger Reserve भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है जो भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। इस टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 497 वर्ग मील है।
काजीरंगा नेशनल पार्क का नाम किसने रखा?
काजीरंगा नामक जंगल के ऐतिहासिक अभिलेख 17वीं शताब्दी के हैं। कइ स्थानीय किवदंतिया इसके नाम की उत्पत्ति से संबंधित हैं, लेकिन इतिहासकारों का सुझाव है कि यह नाम कार्बी से संबंधित है, जो एक समय में इस क्षेत्र पर शासन करने वाली महिला थी।
भारत के सबसे छोटा नेशनल पार्क कौन सा है?
भारत का सबसे छोटा नेशनल पार्क अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित बटन नेशनल पार्क हैं।