नागरहोल नेशनल पार्क के बारे में रोचक तथ्य | Interesting Facts About Nagarhole National Park in Hindi

Nagarhole National Park UPSC / Interesting Facts About Nagarhole National Park

  • नागरहोल नेशनल पार्क भारत के कर्नाटक राज्य के कोडागु जिले और मैसूर जिले में स्थित एक नेशनल पार्क है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क को राजीव गांधी नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क को 1955 में अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था और इसे 1988 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अपग्रेड किया गया था। इसे 1999 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत 37वें टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया था।
  • यह नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का एक हिस्सा है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क बांदीपुर नेशनल पार्क के उत्तर पश्चिम में स्थित 643 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है। नागरहोल नेशनल पार्क और बांदीपुर नेशनल पार्क को काबिनी जलाशय विभाजित करती है।

Contents

नागरहोल नेशनल पार्क में वनस्पति प्रजातियां ( Nagarhole National Park Flora )

  • नागरहोल नेशनल पार्क की वनस्पति में मुख्य रूप से उत्तर पश्चिमी घाट पर नम पर्णपाती वन है जिनमें सागौन और शीशम दक्षिणी भागों में प्रमुख है।
  • इस नेशनल पार्क में पाए जाने वाले मुख्य पेड़ व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण शीशम, सागौन, चंदन और चांदी के ओक है।
  • पार्क के जंगलों में देखे जाने वाले अन्य प्रमुख वृक्ष प्रजातियां लैगरस्ट्रोमिया माइक्रोकार्पा, कदम, कपास का पेड़, श्लिचेरा त्रिजुगा और फिकस है।

नागरहोल नेशनल पार्क में वन्यजीवों की प्रजातियां ( Nagarhole National Park Fauna )

  • नागरहोल नेशनल पार्क में महत्वपूर्ण शिकारी और मांसाहारी बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, ढ़ोल, सुस्त भालू और धारीदार लकड़बग्घा है।
  • चीतल सांभर हिरण भोकने वाला हिरण चार सिंह वाले मृग, गौर, जंगली सूअर, और हाथी प्रमुख शाकाहारी वन्यजीव है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क में पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां और उस सरीसृपों की बड़ी संख्या पाई जाती है। जिनके बारे में आप नीचे विस्तार से जान पाएंगे.

Interesting Facts About Nagarhole National Park

कर्नाटक राज्य के कोडागु और मैसूर जिले में स्थित नागरहोल नेशनल पार्क भारत के सबसे सुव्यवस्थित और सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है। इस नेशनल पार्क के जंगलों में लुप्तप्राय बंगाल टाइगर के साथ-साथ अन्य सभी जंगली जानवरों को निर्भीक रूप में घूमते हुए देख सकते हैं। यदि आप इस क्षेत्र के भ्रमण करते हैं, तो यहां के हरे-भरे जंगल, और यहां के प्राचीन प्राकृतिक सुंदरता प्रशंसा करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।

नागरहोल नेशनल पार्क को राजीव गांधी नेशनल पार्क के रूप में भी जाना जाता है। यह नेशनल पार्क भारत के सबसे सुव्यवस्थित नेशनल पार्कों में से एक है जहां वनस्पतियों और वन्यजीवों का भरमार है।

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प्रकृति और वन्य जीव प्रेमियों, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर और सैलानियों के लिए यह नेशनल पार्क बेहद ही शानदार है। नागरहोल नेशनल पार्क सफारी के माध्यम से आप अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

नागरहोल नेशनल पार्क का इतिहास ( History of Nagarhole National Park )

नाम नागरहोल नेशनल पार्क ( राजीव गांधी नेशनल पार्क )
1955 नागरहोल वन्यजीव अभयारण्य
1988 नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान
1999 नागरहोल टाइगर रिजर्व
कुल क्षेत्रफल 643 वर्ग किलोमीटर
वनस्पति कीनों पेड़, धुरी की लकड़ी का पेड़, ग्रेविया टिलियाफोलिया, मगरमच्छ छाल का पेड़, कदम का पेड़, श्लिचेरा त्रिजुगा पेड़, कॉटन पेड़
वन्यजीवसुस्त भालू, तेंदुआ, नेवला, जंगली बिल्ली, ऊदबिलाव, सुनहरा सियार,धारीदार लकड़बग्घा
पंक्षी नीलगिरी वुड पिजन, ओरिएंटल व्हाइट बैकड़ वल्चर, इंडियन रॉबीन, इंडियन पीफॉवल, ब्लु-विंगड़ पैरकेट, पेंटेड बुश क्वाल, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, डार्टर
जीप सफारी सुबह 5:30 बजे से सुबह 10:00 बजे तक / दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
कोरकल सफारी सुबह 9:00 बजे से सुबह 11:00 बजे तक / शाम 5:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
बोट सफारी सुबह 6:30 बजे से सुबह 9:15 बजे तक / दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:15 बजे तक
बस सफारी सुबह 6:00 बजे से सुबह 9:00 बजे तक / दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक है

247 वर्ग मील क्षेत्रफल में फैला हुआ नागरहोल नेशनल पार्क शुरू में मसूर के पूर्व शासकों के शिकारगाह था। वर्ष 1955 में, इसे आधिकारिक तौर पर एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था। उस समय, यह जंगल के कुछ क्षेत्रों जैसे हाटगत, अरकेरी और नलकेरीन कोड़गु को कवर करता था। हालांकि, समय के साथ, इसके समग्र क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कई अन्य आरक्षित वन को इसके साथ जोड़े गए, और अंततः 1988 में 643.39 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के साथ इसे नेशनल पार्क घोषित किया गया था।

नागरहोल नेशनल पार्क में आप क्या-क्या गतिविधियां कर सकते हैं?

नागरहोल नेशनल पार्क में कई गतिविधियां उपलब्ध है जो आप कर सकते हैं। जैसे कि आप वाइल्डलाइफ सफारी कर सकते हैं, ट्रैकिंग कर सकते हैं, स्थानीय और प्रवासी पक्षियों को देख सकते हैं और वन्यजीवों को देख सकते हैं।

नागरहोल नेशनल पार्क, फोटोग्राफी के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। विविध सुंदर परिदृश्य, शानदार वुडलैंड्स, नदिया और मंत्रमुग्ध कर देने वाले सूर्यास्त नागरहोल नेशनल पार्क को भारत में वन्य जीव फोटोग्राफी के लिए एक बेहतरीन जगह बनाते हैं। यहां आप प्रकृति को निहारने के लिए पार्क के अंदर टहल सकते हैं, कई प्रकार के रंगीन पक्षियों और जानवरों को अपने कैमरे में कैद करके जीवन भर अपनी यात्रा को अविस्मरणीय बना सकते हैं।

Interesting Facts About Nagarhole National Park
Interesting Facts About Nagarhole National Park

नागरहोल नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वन्यजीव ( Nagarhole National Park Wild Life )

नागरहोल नेशनल पार्क वन्यजीव में समृद्ध है। वाइल्डलाइफ सफारी और यहां के वन्यजीवों को देखने के लिए दुनिया भर से हजारों सैलानी यहां आते हैं, खास करके बंगाल टाइगर को देखने के लिए हजारों पर्यटक आते हैं।

लुप्त प्राय बंगाल टाइगर के साथ-साथ, आप इस नेशनल पार्क में अन्य कई प्रजातियों के मांसाहारी वन्यजीव देख सकते हैं, जैसे की : सुस्त भालू, तेंदुआ, नेवला, जंगली बिल्ली, ऊदबिलाव, सुनहरा सियार,धारीदार लकड़बग्घा आदि। मांसाहारी के अलावा इस नेशनल पार्क में कई प्रकार के शाकाहारी वन्यजीवों को भी आप देख सकते हैं, जैसे की: मृग, चीतल, जंगली सूअर, सांभर हिरण, भौंकने वाला हिरण, ग्रे लंगूर, भारतीय हाथी आदि।

पक्षी प्रेमियों के लिए भी नागरहोल नेशनल पार्क एक स्वर्ग के समान है। इस नेशनल पार्क में स्थानीय और प्रवासी कई प्रजातियों के पक्षी आप देख सकते हैं के। जैसे की : नीलगिरी वुड पिजन, ओरिएंटल व्हाइट बैकड़ वल्चर, इंडियन रॉबीन, इंडियन पीफॉवल, ब्लु-विंगड़ पैरकेट, पेंटेड बुश क्वाल, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल और डार्टर। पक्षियों और जानवरों के अलावा इस नेशनल पार्क में लुप्तप्राय सांप छिपकली मगरमच्छ चीटियां आदि भी पाए जाते है।

नागरहोल नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वनस्पतियां

Interesting Facts About Nagarhole National Park
Interesting Facts About Nagarhole National Park

नागरहोल नेशनल पार्क वनस्पतियों में भी समृद्ध है। इस नेशनल पार्क में दक्षिणी क्षेत्र में ज्यादातर शीशम, चंदन और सागौन के पेड़ पाए जाते हैं। दूसरी ओर जंगल के पूर्वी भाग में एक्सलवुड ट्री, क्रोकोडाइल बार्क ट्री और कांटेदार झाड़ी पाए जाते है।

इस नेशनल पार्क के शुष्क पर्णपाती जंगलों में आमतौर पर कीनों पेड़, धुरी की लकड़ी का पेड़, ग्रेविया टिलियाफोलिया, मगरमच्छ छाल का पेड़, कदम का पेड़, श्लिचेरा त्रिजुगा पेड़, कॉटन पेड़ आदि पाए जाते है। इसके अलावा, आप इस नेशनल पार्क में बोनोसेट्स, लैंटाना, टिक क्लोवर, हॉर्स नेटटल्स, इंडियन आँवले और किड़िया कैलीसीना प्रजातियों के वनस्पति देख सकते है।

नागरहोल नेशनल पार्क की मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता का श्रेय, इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में पाए जाने वाली फूलों के पेड़ों को दिया जाता है। उनमें से कुछ फ्लेम ऑफ़ द फॉरेस्ट, गोल्डन शॉवर ट्री आदि है।

नागरहोल नेशनल पार्क में सफारी ( Nagarhole National Park safari )

नागरहोल नेशनल पार्क की यात्रा निसंदेह मैसूर की हर यात्रा का मुख्य आकर्षण है। मैसूर की यात्रा करने वाले सभी सैलानियों को इस क्षेत्र का यात्रा जरूर करनी चाहिए। यह एक ऐसी जगह है जहां आप दुनिया की सबसे अच्छी सफारी का अद्भुत अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। यह नेशनल पार्क सफारी के लिए आप जीप सफारी, कोरकल सफारी या नौका सफारी में से कोई भी चुन सकते है।

जीप सफारी: व्यक्तियों या छोटे समूह के लिए जीप सफारी उपयुक्त है। नागरहोल नेशनल पार्क के जंगल का आनंद लेने का सबसे अच्छी तरीका जीप सफारी को माना जाता है। क्योंकि जीप सफारी के माध्यम से आप जंगल के अंदर तक जा सकते हैं जहां आप कई छोटे और बड़े मांसाहारी और शाकाहारी वन्यजीवों को देख सकते हैं। प्रत्येक जीप में एक ड्राइवर और एक गाइड के साथ अधिकतर लोग बैठ सकते हैं। जीप सफारी का समय तालिका इस प्रकार है।

  • सुबह 5:30 बजे से सुबह 10:00 बजे तक
  • दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक

कोरकल सफारी : नागरहोल नेशनल पार्क के सफारी के रोमांचकारी सफारीयों में से कोरकल सफारी भी एक है। जो आपको पारंपरिक गोल आकार के नाव पर काविनी नदी के किनारे के साथ रोमांचकारी अनुभव देता है। इस साहसिक यात्रा के दौरान, आप जंगलों के कई वन्यजीवों को विचरण करते देख सकते हैं, साथ-साथ काबिनी नदी के मिजाज का अद्भुत अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। कोरकल सफारी का समय तालिका इस प्रकार है :

  • सुबह 2:00 बजे से सुबह 11:00 बजे तक
  • शाम 5:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक

बोट सफारी : नागरहोल नेशनल पार्क में जलीय वन्यजीवन का आनंद लेने के इच्छुक सभी लोगों के लिए वोट सफारी एक बेहतरीन विकल्प है। यह सफारी काबिनी नदी पर होता है जहां आप दलदली मगरमच्छो के साथ कई अन्य चल पक्षी भी देख सकते हैं। बोट सफारी का समय तालिका इस प्रकार है :

  • सुबह 6:30 बजे से 2:15 बजे तक
  • दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:15 बजे तक

बस सफारी: नागरहोल नेशनल पार्क के सफारी के अन्य विकल्पों में से बस सफारी एक बेहतरीन विकल्प है। बस सफारी एक सुरक्षित सफारी भी है। यह दो पारियों में संचालित होता है। बस सफारी के दौरान एक बार में 20 से 25 लोग यात्रा कर सकते हैं। सफारी का समय तालिका इस प्रकार है:

  • सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे तक
  • दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक

नागरहोल नेशनल पार्क में सफारी वाहनों का प्रवेश सीमित संख्या में होती है। इसलिए आपको सफारी के लिए पहले बुकिंग करनी होती है और बुकिंग समय से कम से कम एक घंटा पहले गेट पर पहुंचना होता है।

नागरहोल नेशनल पार्क प्रवेश शुल्क और समय तालिका ( Nagarhole National Park Safari Booking )

नागरहोल नेशनल पार्क कई यात्रा के लिए प्रवेश शुल्क भारतीयों के लिए प्रति व्यक्ति ₹150 और विदेशियों के लिए प्रति व्यक्ति ₹1,500 है। यह सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 6:45 बजे से 8:45 बजे तक और शाम 4:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक अपने आगंतुकों का स्वागत करता है। आपको बता दूं कि यदि आप अपने साथ एक कैमरा ले जा रहे हैं, तो आपको इसके लिए ₹200 का अलग से भुगतान करना होगा।

नागरहोल नेशनल पार्क यात्रा करने का सबसे अच्छा समय ( Best time to visit Nagarhole National Park )

नागरहोल नेशनल पार्क और इसके आसपास के इलाकों का यात्रा करने के लिए आपको कोई विशिष्ट समय की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि आप अपनी यात्रा का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहते हैं, तो अप्रैल और मई के महीने वन्यजीवों को देखने का सबसे बेहतर समय है। इस समय वन्यजीव अपनी प्यास बुझाने के लिए अपने क्षेत्र से निकलकर झील की ओर आ जाते हैं, और उन्हें करीब से देखने की संभावना अधिक रहती है।

सर्दियों का मौसम जो नवंबर से शुरू होता है और फरवरी तक जारी रहता है, यह समय भी पार्क कई सफारी का बेहतर समय होता है। सर्दियों के मौसम में नेशनल पार्क की तापमान कभी-कभी 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।

कृपया आप यह ध्यान दें कि नागरहोल नेशनल पार्क आमतौर पर मॉनसून के दौरान बंद रहता है क्योंकि इस क्षेत्र में जून से सितंबर तक भारी बारिश होती है।

नागरहोल नेशनल पार्क ट्रैवल टिप्स ( Nagarhole National Park travel tips )

  • यदि आप नागरहोल नेशनल पार्क की यात्रा करना चाहते हैं, तो सूर्यास्त से पहले नागरहोल नेशनल पार्क पहुंचने की कोशिश करें क्योंकि पार्क की सड़क आमतौर पर 6:00 बजे तक बंद हो जाती है और यह सड़क शाम के समय हाथियों द्वारा ब्लॉक हो जाते हैं।
  • आप हाथियों की एक झलक पाने के लिए दोपहर में नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं। यदि आप भाग्यशाली है, तो आप इन जंगलों में बाघों को भी देख सकते हैं।
  • नागरहोल नेशनल पार्क यात्रा के दौरान हमेशा आरामदायक जूते पहने क्योंकि आपको परिसर के भीतर बहुत अधिक चलने की आवश्यकता हो सकती है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क के दौरान अपने आप को कभी धूप से बचाने के लिए टोपी और स्कार्फ जैसे सामान अपने पास जरूर रखें।
  • नेशनल पार्क सफारी के दौरान धूम्रपान सख्त वर्जित है।
  • नेशनल पार्क के अंदर किसी भी प्रकार के कूड़े कचरे फैलाना या गंदगी करना सख्त वर्जित है।
  • नागरहोल नेशनल पार्क की यात्रा के दौरान आप जिस होटल में रुकने की योजना बना रहे हैं, उसे बुक करते समय सावधान रहें और देखी कि क्या यह जीप सफारी की सुविधा प्रदान करता है या नहीं। यदि नहीं तो आप कैंटर सफारी के लिए जा सकते हैं, जिससे आपको पहले से बुक करना होगा।

नागरहोल नेशनल पार्क कैसे पहुंचे ( How to Reach Nagarhole National Park )

नागरहोल नेशनल पार्क मैसूर के साथ-साथ भारत के पड़ोसी शहरों के साथ सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसीलिए आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग यह सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं।

हवाई मार्ग से: मैसूर हवाई अड्डा, जो शहर का एकमात्र हवाई अड्डा है, नागरहोल नेशनल पार्क से लगभग 94 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से हैदराबाद, कोच्चि, गोवा, बेंगलुरु और चेनई से सीधी उड़ाने होती है। हालांकि, यदि आप देश के किसी अन्य शहरों से आ रहे हैं, तो आप बेंगलुरु के केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर सकते हैं। जहां से आप बस यात्रा से भी पहुंच सकते हैं और यदि आप चाहे तो कैब किराए पर ले सकते हैं।

रेल मार्ग : नागरहोल नेशनल पार्क तक पहुंचने का एक और सुविधाजनक तरीका रेलवे मार्ग है। मैसूर रेलवे स्टेशन, जिसे मैसूर जंक्शन के नाम से भी जाना जाता है यहां के मुख्य रेलवे स्टेशन है जो देश के सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। देश भर से लगभग 172 ट्रेन इस शहर में आते हैं। मैसूर में आने के बाद आप नागरहोल पहुंचने के लिए बस और कैब के कई विकल्प मिल जाते हैं।

सड़क मार्ग से : नागरहोल नेशनल पार्क यात्रा करने के लिए सड़क मार्ग सबसे आसान और शानदार होता है। जो कि सड़क यात्रा के दौरान आप इस क्षेत्र के मनमोहक सुंदरता और सुरम्य परिदृश्य देख सकते है। कुर्ग, बेंगलुरु, ऊटी, मदिकेरी और कुन्नूर में रहने वाले लोगों के लिए सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक है। इसके अलावा, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा कई निजी और सार्वजनिक स्वामित्व वाली बसें है जो आपको सुलभ कीमतों पर नागरहोल नेशनल पार्क तक ले जाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

नागरहोल नेशनल पार्क किसके लिए प्रसिद्ध है?

नागरहोल नेशनल पार्क वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है, खास करके बंगाल टाइगर के लिए। इस नेशनल पार्क में मुख्य रूप में पाए जाने वाले वन्यजीवो में बंगाल टाइगर के अलावा तेंदुआ, सांभर, भारतीय हाथी और गौर आदि है।

नागरहोल नेशनल पार्क कहां पर स्थित है?

नागरहोल नेशनल पार्क को ( राजीव गांधी नेशनल पार्क ) के नाम से भी जाना जाता है। नेशनल पार्क कर्नाटक राज्य में कोडागु और मसूर जिले में स्थित है।

नागरहोल नेशनल पार्क होकर कौन सी नदियां बहती है?

नागरहोल नेशनल पार्क होकर काबिनी नदी बहती है।

नागरहोल नेशनल पार्क का स्थापना कब हुआ था?

नागरहोल नेशनल पार्क का स्थापना सर्वप्रथम 1955 में नागरहोल वन्यजीव अभयारण्य के रूप में हुआ था।

2 thoughts on “नागरहोल नेशनल पार्क के बारे में रोचक तथ्य | Interesting Facts About Nagarhole National Park in Hindi”

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