मुदुमलाई नेशनल पार्क के बारे में रोचक तथ्य | Interesting facts About Mudumalai National Park in Hindi

मुदुमलाई नेशनल पार्क देश की सबसे महत्वपूर्ण पारिस्थितिक प्रणालियों में से एक है। इस नेशनल पार्क के उत्तर में बांदीपुर नेशनल पार्क और नागरहोल नेशनल पार्क है और दक्षिण में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य है। इस नेशनल पार्क में 500 से अधिक प्रजातियों के पंक्षी, सरीसृप और वन्यजीव पाए जाते हैं। हाल ही में किए गए गणना के मुताबिक इस नेशनल पार्क में 103 पाए गए है। प्रकृति प्रेमी और वन्य जीव प्रेमीयों के लिए यह नेशनल पार्क बहुत ही शानदार है।

जैसे ही आप इस नेशनल पार्क के जंगल से गुजरते हैं, आप हाथियों को जंगल में स्वतंत्र रूप से घूमते हुए और विभिन्न प्रकार के हिरणों को विचरण करते हुए देख मोहित हो जाएंगे। जैसे-जैसे आप जंगल की भीतर जाएंगे, आप पक्षियों और जानवरों की कई लुप्तप्राय प्रजातियों को देख पाएंगे।

Interesting facts About Mudumalai National Park
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Interesting facts About Mudumalai National Park

इस नेशनल पार्क में, बाघ, हाथी, तेंदुआ और हिरण जैसे जानवरों के अलावा, आपको कई उभय चर और कई प्रवासी पक्षी भी देखने को मिल जाएंगे, जैसे विभिन्न प्रकार के तोते, चील, गिद्ध और कुछ अन्य जिन्हें आपने अपने जीवन में शायद ही देखा हो। ऐसा कहा जाता है कि भारत में सभी स्तनपाई प्रजातियों में से 13% मुदुमलाई नेशनल पार्क में मौजूद है। भारतीय विशालकाय गिलहरी, उड़ने वाली छिपकली, भारतीय तेंदुआ जो ( लुप्तप्राय सूची में सूचीबद्ध है ) यहां पाए जाते हैं।

सागौन, चंदन, महोगनी और बांस जैसे पेड़ घने रूप से आच्छादित है, आसमान में सूरज के ऊंचे होने पर भी सूरज की रोशनी को रोक देते है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि रिजर्व में दोपहर के दौरान या दोपहर के बाद पहुंचने पर अपने साथ टॉर्च लाइट या प्रकाश के वैकल्पिक साधन हमेशा अपने साथ रखें।

Interesting facts About Mudumalai National Park
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मुदुमलाई अभयारण्य पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट को एक साथ जोड़ता है। मोयार नदी नेशनल पार्क से होकर गुजरती है और इस क्षेत्र को सिंचित करती है। यह नेशनल पार्क देश के उन गिने-चुने स्थानों में से एक है जहां आप वन्यजीवों को उनके वास्तविक प्राकृतिक आवास में देख पाएंगे। प्रकृति प्रेमी और वन्यजीव प्रेमियों के लिए यह जगह बहुत ही शानदार है।

वन विभाग मुदुमलाई नेशनल पार्क के अंदर विभिन्न स्थानों पर कई वन गृहों रखरखाव करता है जो पहले आओ पहले पाओ के आधार पर प्रदान किए जाते हैं, जिसके लिए आपको नेशनल पार्क के हेड ऑफिस में फोन करके अग्रिम बुकिंग करने की आवश्यकता होती है।

Interesting facts About Mudumalai National Park
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मुदुमलाई राष्ट्रीय उधान दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में नीलगिरी पर्वत में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह राष्ट्रीय उघान समुंदरी तल से 850-1250 मीटर की ऊंचाई स्थित है। इस राष्ट्रीय उघान कुल क्षेत्रफल 321 वर्ग किलोमीटर है और यह राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक और किरण राज्यों के साथ अपना सीमाएं साझा करता है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क 1940 से ही संरक्षित किया गया है। राष्ट्रीय उद्यान 1986 से नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा रहा है और 2007 में 367.59 वर्ग किलोमीटर बफर जोन के साथ एक टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। इस टाइगर रिजर्व में औसतन सालाना 1,400 मिमी वर्षा होती है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क में 498 से अधिक प्रजातियों के पेड़ पौधे, 266 से अधिक प्रजातियों के पंक्षी, 18 प्रजातियों के मांसाहारी और 10 प्रजातियों के शाकाहारी प्रजाति पाए जाते है। उष्णकटिबंधिय और उपोष्णकटिबंधिय नम चौड़ी पत्ती वाले वन वन्यजीवो के लिए एक बेहतर निवासस्थान बनाती है। इस नेशनल पार्क में मोयार नदी के साथ-साथ अन्य कई सहायक नदियां है, जिनमें 38 से अधिक प्रजातियों के मछली पाए जाते है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क नेशनल पार्क से होकर गुजरने वाली सडकों के कारण कई महत्पूर्ण वन्यजीव मारे जा चुके है। 1999 के बाद नेशनल पार्क के उत्तरी हिस्से कई बार आग से प्रभावित हो चूका है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क का इतिहास ( History of Mudumalai National Park )

मुदुमलाई एक तमिल शब्द है, जिसका अर्थ ‘मटु’ अर्थात पुराना, प्राचीन, मूल है और ‘मुधुकडु’ का अर्थ प्राचीन वन है। ‘मलाई’ शब्द का अर्थ पहाड़ी या पहाड़ है। मुदुमलाई वन पहले से ही प्रयोग में था, ज़ब ब्रिटिश सरकार ने 1857 में निलंबूर के राजा से कटाई के उदेश्य से वन जंगल किराए पर लिया था। 1914 में, सिगूर पठार पर बड़े वन क्षेत्रो को व्यवस्थित कटाई के लिए आरक्षित वन घोषित किया गया था।

1940 में लगभग 60 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करते हुए मुदुमलाई अभयॉरण्य का स्थापना की गई थी। फिर 1977 में इसका विस्तार किया गया और 1986 में नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व शामिल किया गया।। इस नेशनल पार्क को दिसंबर 2007 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट के रूप में अधिसूचित किया गया।

1947 में, मुदुमलाई नेशनल पार्क के भीतर 28 वस्तियां थी ज़िनके लगभग 1060 स्वागत अधिक मवेशी थे। जिन्हें उसी क्षेत्र में फिर से बसाने की प्रस्ताव दिया गया था लेकिन पर्यावरण संरक्षणवादियों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था।

2010 में, नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व को फंड जारी करने की मंजूरी दी। 2020 में, प्रोजेक्ट टाइगर को भारत सरकार और तमिलनाडु राज्य सरकार द्वारा ₹ 114.1 मिलियन वित्त पोषण किया गया और प्रोजेक्ट टाइगर प्रोग्राम को 2021 तक बढ़ा दिया गया था।

मुदुमलाई नेशनल पार्क का भूगोल ( Mudumalai National Park Geographic )

Interesting facts About Mudumalai National Park
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मोयार नदी जलप्रपात ( Moyar Lake Mudumalai National Park )

मुदुमलाई नेशनल पार्क पश्चिमी घाट की पूर्वी पहाड़ियों में समुन्द्र तल से 850-1,250 मीटर की ऊंचाई में अवस्थित है। इस नेशनल पार्क का कुल क्षेत्रफल 321 वर्गकिलोमीटर है। यह पश्चिम में वायनाड वन्यजीव अभयारण्य, उत्तर में बंदीपुर नेशनल पार्क, पूर्व में सिगूर फॉरेस्ट रिज़र्व और दक्षिण में सिंगारा फॉरेस्ट रिज़र्व से घिरा हुआ है।

मोयार नदी इस नेशनल पार्क के दक्षिणी हिस्से से प्रवेश करती है और 5 सहायक नदियों से जुड़ती है। यह नदी इस क्षेत्र को सिंचित करती है और शुष्क मौसम के दौरान वन्यजीवो के लिए पानी उपलब्ध कराता है।

पश्चिमी घाट में 250-850 मीटर की उचाईयों में सदाबहार वन है, जिनमें डिप्टीरोकार्प वनस्पति अधिक पाए जाते है। इसकी लहरदार पहाड़ियों में ज्यादातर काली रेतीली दोमट वाली हॉर्नब्लेडाईट और बायोडाइट गनिस है और दक्षिणी भाग भाग में लाल दोमट प्रचलित है। इसके दक्षिणी घाट नम पर्णपाती जंगलो के इको रीजन का हिस्सा है। मुदुमलाई नेशनल पार्क और निकटवर्ती सिगूर रिज़र्व वन नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व के भीतर एक महत्पूर्ण वन्यजीव गालियारा बनाते है और इस क्षेत्र में एशियाई हाथी आबादी के लिए उच्चतम परिदृश्य कनेक्टिविटी प्रदान करते है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क का जलवायु ( Mudumalai National Park Climate )

मुदुमलाई नेशनल पार्क में सालाना औसतन लगभग 1,400 वर्षा होती है, जिसमे से अधिकांश जून से सितंबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून के मौसम में होती है। दिसंबर से जनवरी तक ठंड के मौसम में तापमान गिर जाता है, लेकिन अप्रैल से जून के दौरान तापमान बढ़ जाता है, जो सबसे अधिक गर्मी महीने होते है। वार्षिक वर्षा, दक्षिण और पश्चिम में 1,100 मिमी और पूर्व में 600 मिमी तक होती है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वनस्पतियां ( Mudumalai National Park Flora )

मुदुमलाई नेशनल पार्क में उष्णकटिबंधिय और उपोष्णकटिबंधिय नम चौड़ी पत्ती वाले वन पाए जाते है। यह नेशनल पार्क जैवविविधता में समृद्ध है जहां 498 से अधिक प्रजाति के पेड़ पौधे पाए जाते है। जिनमें 154 प्रजाति के पेड़, 77 प्रजाति के झाड़ी, 214 प्रजाति के जड़ी-बूटीयां और 53 बेल प्रजातियां शामिल है।

सागौन और एक्सलवुड इस पार्क के प्रमुख वृक्ष प्रजाति है जिनका घनत्व 105 पेड़ प्रति हेक्टर है। प्रमुख वृक्ष प्रजातियों में ब्यूटीया मोनोस्पर्मा, इंडियन लॉरेल, कुसुम ट्री, विवर्स बीम ट्री मलाबार कीनो ट्री, भारतीय शीशम शामिल है। मालाबार प्लम, रेशम का पेड़ और इंडियन बिच; नम पर्णपाती जंगल विशाल कांटेदार बांस से घिरा हुआ है।

Interesting facts About Mudumalai National Park
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मुदुमलाई नेशनल पार्क में पाए जाने वाले वन्यजीव ( Mudumalai National Park Fauna )

नवंबर 2008 और फ़रवरी 2009 के बिच किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला था की 29 भारतीय तेंदुआ और 19 बंगाल टाइगर पार्क के मुख्य क्षेत्र 107 वर्गकिलोमीटर में रहते थे। एक अनुमान के मुताविक इस टाइगर रिज़र्व में 2018 में बाघों की संख्या 103 था। 2018 में कैमरा ट्रैप के दौरान जंगली बिल्ली, जंगली चितिदार बिल्ली, और तेंदुआ बिल्ली को रिकॉर्ड किया गया था।

मुदुमलाई नेशनल पार्क में आप क्या-क्या गतिविधियां कर सकते हैं ( Mudumalai National Park Activities )

1.जंगल सफारी: मुदुमलाई नेशनल पार्क वैन सफारी वहां की सबसे लोकप्रिय गतिविधि है। Van Safari के माध्यम से आप जंगल के मुख्य क्षेत्र में जा सकते हैं और वन्यजीवों को देख सकते हैं। भोकने वाले ही हिरण, अजगर और मकाक आम जगह पर देखे जा सकते हैं, लेकिन बाघ और तेंदुआ को नदियों या तालाब के आसपास देखा जा सकता है।

2. हाथी सफारी : मुदुमलाई नेशनल पार्क में आता हाथी सफारी भी कर सकते हैं। हालांकि, जीप और बस द्वारा आपको जंगल सफारी के विपरीत हाथी जंगल में गहराई तक नहीं जाते हैं। लेकिन हाथी के पीठ से चारों ओर और ऊपर की हरियाली को देखना अपने आप में एक यादगार अनुभव होता है।

3. हाथी शिविर : मुदुमलाई नेशनल पार्क के लिए एक कायाकल्प और मनोरंजन बिंदु के रूप में भी कार्य करता है। इन शिविरों में आप, हाथियों और उनके बच्चों के साथ खेल सकते हैं और उन्हें नहला भी सकते हैं, उन्हें खिला सकते हैं और उनके प्राकृतिक आवास में आराम करते हुए देख सकते हैं।

4. मुदुमलाई जंगल ट्रैकिंग : वन विभाग के अधिकारी के कोर वन क्षेत्र के अंदर किसी भी इंसान को चलने या घूमने की अनुमति नहीं देते हैं। हालांकि, आसपास के आवास और यात्रा योजनाकारों के माध्यम से निर्देशित ट्रैकिंग ट्रेवल्स और पर्वत लंबी पैदल यात्रा गतिविधियां कर सकते हैं। तो क्या आप तैयार हैं, अपने जूते पहन लो और निकल जाओ इस प्राकृतिक सुंदरता को निहारने।

5. पक्षी देखना: ऊंचे, हरियाली और घने जंगलों और वन्यजीवन के अलावा इस नेशनल पार्क में पक्षियों की भरमार है। इस नेशनल पार्क के यात्रा के दौरान आप स्थानीय और प्रवासी पक्षीयों की कोई प्रजातियां देख मोहित हो जाएंगे। जैसे : मोर, जंगली मुर्गी, मालाबार ग्रे हॉर्नबिल, चील, बाज और गिद्ध आसानी से देखा जा सकता है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय ( Best time to visit Mudumalai National Park )

मुदुमलाई नेशनल पार्क साल भर खुला रहता है। इस क्षेत्र की जलवायु उष्णकटिबंधीय आद्र प्रकृति की है। इसलिए मुदुमलाई नेशनल पार्क की यात्रा का सबसे अच्छा समय गर्मियों की शुरुआत या मानसून के ठीक बाद है। हालांकि, देसी जानवरों को देखने के लिए आपका सबसे अच्छा समय गर्मी के मौसम की शुरुआत के दौरान फरवरी से मई के बीच होता है। जानवर अक्सर झीलों और अन्य जल स्रोतों में टहलते हैं।

यदि आप ठंडे मौसम पसंद करते हैं, तो आप सितंबर और अक्टूबर के दौरान भारत की यात्रा कर सकते हैं। लेकिन तापमान में गिरावट से पशुओं को देखे जाने की संभावना बहुत ही कम होता है।

मानसून के मौसम के दौरान मुदुमलाई नेशनल पार्क की यात्रा करने से बचें। आमतौर पर जुलाई से अगस्त तक मानसून का मौसम होता है। यह सब आए ट्रैकिंग और अन्य गतिविधियों के लिए अनुपयुक्त है।

मुदुमलाई बॉस सफारी आपको जंगल में 1 घंटे की सवारी के लिए ले जाती है। लेकिन भीड़ भाड़ वाले घंटो या सप्ताहांत के दौरान, आपको देर तक प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है, जब तक कि आपके लिए कोई वाहन उपलब्ध ना हो जाए। यदि आप मुदुमलाई नेशनल पार्क में जंगल सफारी के लिए जाने की योजना बना रहे हैं, तो कम से कम दो-तीन घंटे समय निकाल ले।

मुदुमलाई नेशनल पार्क के लिए प्रवेश शुल्क और समय ( Mudumalai National Park Entry Fee )

आप वर्ष के दौरान कभी भी इस नेशनल पार्क की यात्रा कर सकते हैं। नेशनल पार्क खुलने का नियमित समय सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक है और प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति ₹340/- है। किसके साथ साथ कैमरा के लिए ₹53/- और वीडियो कैमरा के लिए ₹315/- अलग से भुगतान करना होता है।

बस सफारी का समय सुबह 7:00 से 10:00 तक के बीच है और फिर शाम को 3:00 से 6:00 बजे तक है। प्रत्येक सवारी 1 घंटे के लिए होता है और टिकट थेप्पाकाडु रिसेप्शन से खरीदे जा सकते हैं। सफारी के लिए ऑनलाइन बुकिंग या रिजर्वेशन का कोई विकल्प नहीं है। काउंटर पर टिकट प्रति व्यक्ति ₹340/- के लिए उपलब्ध है। मुदुमलाई नेशनल पार्क जीप सफारी की कीमत ₹4,200/- प्रति ट्रिप है। कोई निजी जीप ऑपरेटर भी अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन वे आपको केवल पार्क के बफर क्षेत्र तक ले जाते हैं। जहां से अधिकांश जानवर नहीं देखा जा सकते हैं।

हाथी सफारी का लाभ सुबह 7:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक और शाम 4:00 से 5 बजे तक के लिए उपलब्ध है। हाथी सफारी की बुकिंग भी रिसेप्शन पर की जाती है और प्रत्येक 30 मिनट की सवारी की क़ीमत ₹1,120/- है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क कैसे पहुंचे ( How to Reach Mudumalai National Park )

मुदुमलाई नेशनल पार्क और वन्यजीव अभयारण्य मैसूर और ऊटी को जोड़ने वाली सड़क पर स्थित है। यह मैसूर से लगभग 90 किलोमीटर और ऊटी से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पार्क जाने के लिए आप ऊटी से मैसूर के लिए नियमित बसों में से एक ले सकते हैं और थेप्पाकाडू में रिसेप्शन काउंटर पर उतर सकते हैं। यदि आप ऊटी में रह रहे हैं, तो आप उल्टी में कार रेंटल कंपनियों से एक निजी कैब का लाभ उठा सकते हैं, जो आपको इस टाइगर रिजर्व में ले जाएगी और फिर आपको वापस छोड़ देंगे।

सड़क मार्ग से: ऊटी तक आसपास के शहरों से बसों और टैक्सियों के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। यहां से बेंगलुरु 300 किलोमीटर दूर, कोयंबटूर 85 किलोमीटर, और मैसूर 125 किलोमीटर दूर स्थित है। आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों के लिए नियमित रूप से बसें चलती रहती है। प्राइवेट कैब एक बेहतर विकल्प होगा क्योंकि यह आपको अपनी मर्जी से रोकने और रास्ते में चाय के बागान ओ और वनस्पतियों के सुंदर दृष्यों की आनंद लेने की सुविधा देता है।

रेल मार्ग द्वारा : मुदुमलाई नेशनल पार्क से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऊटी है। स्टीम से चलने वाली टॉय ट्रेन इसे मेट्टूपालयम से जोड़ती है जो कि 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। मेटूपालयम भारत के अन्य प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ी हुई है। चेन्नई और कोयंबटूर से दैनिक की ट्रेन उपलब्ध है।

हवाई मार्ग द्वारा: सबसे निकटतम हवाई अड्डा कोयंबटूर में है, जो ऊटी से लगभग 85 किलोमीटर और मुदुमलाई नेशनल पार्क से 160 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बेंगलुरु दिल्ली मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों से नियमित उड़ान उपलब्ध है।

मुदुमलाई नेशनल पार्क यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें ( Mudumalai National Park Visit Tips )

  • निजी ट्रेवल ऑपरेटरों द्वारा चलाई जा रही जिपे मुख्य वन क्षेत्र की सीमा से बाहर रहती है। वे आपको केवल पार्क तक ले जाते हैं, अंदर नहीं।
  • सुबह के समय बाघ दिखाई देने की संभावना अधिक होती है, इसलिए यदि संभव हो तो सुबह के सफारी का विकल्प चुने।
  • आधिकारिक समय से कम से कम 1 घंटे पहले, सफारी के लिए जल्दी पहुंचे ताकि आप सवारी के दौरान किसी भी भीड़ से बच सकें।
  • पार्क के अंदर घने जंगलों के कारण सूर्यास्त से पहले ही अंधेरा हो जाता है। शाम ढलने के बाद ठंड बढ़ जाती है इसीलिए गर्म कपड़े अपने साथ जरूर रखें।
  • नेशनल पार्क यात्रा के दौरान छाता या रेनकोट जरूर साथ में रखें, क्योंकि किस क्षेत्र में वर्षा निश्चित होती है और कभी-कभी बिन बादल भी बरसात होने लगती है।

ऊटी एक हिल स्टेशन है जिसे देखने के लिए देश भर से पर्यटक अक्सर यहां आते हैं। अपनी छुट्टियों के दिंनो को यादगार बनाने के लिए आप ऊटी और मुदुमलाई नेशनल पार्क की यात्रा जरूर करें।

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