भारत के पहला लाइट एंड साउंड प्रूफ हाईवे के बारे में रोचक तथ्य | Interesting Fact About India’s First Sound and Light proof Highway in Hindi

भारत के मध्य प्रदेश राज्य में सिवनी जिले में स्थित पेंच टाइगर रिजर्व से होकर गुजरने वाली NH 44 पर भारत की पहली लाइट और साउंडप्रूफ प्रूफ रोड बनाई जा रही है। इस रोचक तथ्य के बारे में पूरी जानकारी के लिए नीचे पढ़े।

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Interesting Fact About India’s First Sound and Light proof Highway

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश के सिवनी में भारत के पहले साउंड प्रूफ राजमार्ग का उद्घाटन किया। यह राजमार्ग NH 7 पर स्थित होगा, जो पेंच टाइगर रिजर्व से होकर गुजरता है, इसलिए इसका निर्माण इस तरह से किया जाना है कि जिससे क्षेत्र में रहने वाले जानवरों को परेशानी न हो।

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साउंड पुरुष और लाइट पुरुष राजमार्ग के बारे में

आमतौर पर संरक्षित क्षेत्रों से गुजरने वाले राजमार्ग गया सड़कें ऐसी होनी चाहिए कि वे मानव-पशु संघर्ष से बचें। यह एक ही समय में वन्यजीवों और मनुष्य दोनों के लिए खतरा पैदा करता है। लाइट और साउंडप्रूफ हाईवे बनाना इंसान और जानवर दोनों के लिए फायदेमंद होगा।

पेंच टाइगर रिजर्व में नेशनल हाईवे 44 से गुजरते हुए सिवनी-नागपुर सेक्टर में हाईवे बनाया जा रहा है। मोहगांव और खवासा के बीच यह राजमार्ग 29 किलोमीटर का होगा। इस राजमार्ग में 14 अंडरपास बनाए जाएंगे और उन के माध्यम से राहगीरों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाएगा। अंडरपास कुल मिलाकर 3,145 मीटर लंबी है। 29 किलोमीटर के राजमार्ग को बनाने के लिए सरकार को 960 करोड़ का भारी खर्चा आया है।

साउंड प्रूफ और लाइट प्रूफ हाईवे क्या हैं?

सड़कों के बीच से गुजरने वाली सभी वाहन के ध्वनि को अवशोषित करने के लिए राजमार्ग के दोनों ओर 4 मीटर ऊंची स्टील की दीवारें होगी।

दीवारें यह सुनिश्चित करेंगे कि उस क्षेत्र से गुजरने वाले वाहनों की आवाज उस क्षेत्र में रहने वाले जानवर को परेशान नहीं करेंगे। दीवारें रात में चमकती हैडलाइट्स को कम करना भी सुनिश्चित करेंगी।

हालांकि, राजमार्ग के ध्वनि को पूर्ण रूप मे रोकना संभव नहीं होगा, लेकिन ध्वनि अवरोधक ध्वनि को प्रभावी ढंग से कम करने में सक्षम होंगे।

यह NH 44 हाईवे नागपुर तक जाता है। इस परियोजना के विवरण के साथ राजमार्ग की विशेषता जानने के लिए नीचे जरूर देखें।

ध्यान देने वाला बात यह है कि चिनाई बाली दीवारें जैसे कि ईद की दीवारें या कंक्रीट की दीवार है ध्वनि को अवरुद्ध करने के लिए आदर्श माना जाता है, लेकिन उन्हें पूरी तरह से राजमार्ग के आसपास नहीं बनाया जा सकता है।

ध्वनि अवरोधों की प्रभावशीलता संरक्षित क्षेत्रों के अंदर 300 फीट के पार होगी। हाईवे पर बैरियर पर लाइट को कम करने वाले उपकरण लगाए जाएंगे ताकि जंगलों से होकर गुजरने वाली किसी भी रोशनी से बचा जा सके।

इस प्रोजेक्ट में देरी क्यों हुई?

योजना की शुरुआत में, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पर्यावरण मंत्रालय और इस संबंध में काम करने वाले अधिकारियों से कोई मंजूरी नहीं मिली थी। हाईवे को पेंच टाइगर रिजर्व के लिए खतरा माना जा रहा था जो बड़े स्तनधारियों का घर और पारिस्थितिक आवास हैं।

2009 में NHAI नें INR 1170 करोड़ के लिए सिवनी नागपुर फोर लेन फ्लाई ओवर के निर्माण का यह अनुबंध दिया था, लेकिन पशु कार्यकर्ताओं को विरोध के बाद राजमार्ग प्राधिकरण ने अंडरपास और पुलों के अनुबंध में एक अतिरिक्त लागत को शामिल करने पर सहमति व्यक्त की। NHAI नें 29 किलोमीटर सड़क पर विभिन्न स्थानों पर गाइड वॉल और 50-750 मीटर की अंडरपास बनाकर जानवरों की रक्षा करने पर सहमति जताई थी।

यही कारण है कि सड़क और परिवहन मंत्रालय एक राजमार्ग बनाने का विचार लेकर आया है ताकि प्रकाश और ध्वनि के माध्यम से जानवरों को होने वाले नुकसान को कम से कम किया जा सके। इस प्रकार राजमार्ग अस्तित्व में आया।

पेंच टाइगर रिजर्व, महाराष्ट्र में 741 वर्ग किलोमीटर और मध्य प्रदेश पर 1,180 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। शायद आपको पता ना हो, बहुचर्चित फिल्म ” द जंगल बुक ” इसी क्षेत्र से प्रेरित होकर बनाया गया है, जिस उपन्यास का लेखक Rudyard Kipling हैं।

Interesting Fact About India’s First Sound and Light proof Highway

FAQ:

भारत में साउंड पुरुष हाईवे कहां पर स्थित है?

भारत में साउंडप्रूफ हाईवे मध्य प्रदेश राज्य के सिवनी जिले पर निर्माण किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश के सिवनी में भारत के पहले ध्वनि निरोधी राजमार्ग का उद्घाटन किया है। यह राजमार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग 7 पर स्थित होगा जो पेंच टाइगर रिजर्व से होकर गुजरता है। इसलिए इसका निर्माण किस तरह से किया जाना है कि जिससे इस क्षेत्र में रहने वाले जानवरों को परेशानी न हो।

ध्वनि निरोधी राजमार्ग क्या है?

ध्वनि अबरोधक एक बाहरी संरचना है जिसे संवेदनशील भूमि उपयोगकर्ताओं को ध्वनि प्रदूषण से बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। ध्वनि अवरोध यातायात और औद्योगिक ध्वनि स्रोतों को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है।

पेंच टाइगर रिजर्व के माध्यम से NH 44 के ऊंचे हिस्से नें कैसे एक गौरव अर्जित किया?

सड़के मनुष्य के लिए आगामन को आसान बना दिया है। 37 किलोमीटर के इस लंबे सड़क खंड पर पांच अंडर पास और चार छोटे पूलों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जानवरों की आवाजाही बाधित ना हो। इंसानों और जानवरों के लिए फायदे की स्थिति है।

भारत में कुल कितने टाइगर रिजर्व है?

2022 तक भारत में कुल 52 टाइगर रिजर्व है।

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