भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भारत की 15वीं राष्ट्रपति, भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति, India’s first tribal president Draupadi Murmu, India’s 15th president, India’s second woman president
भारत को अपना पहला आदिवासी राष्ट्रपति मिलते ही पीएम मोदी ने द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात की। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू पहली आदिवासी राष्ट्रपति और प्रतिभा पाटिल के बाद पौधे संभालने वाली दूसरी महिला बन गई है।
द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति बन गई है और इसके साथ ही उन्होंने भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है। 20 राज्यों के सभी सांसदों और विधायकों की मतगणना के बाद मुर्मू ने आधे से ज्यादा का आंकड़ा पार कर लिया है।
विपक्षी खेमे के 17 सांसदों और 104 विधायकों ने मुर्मू को क्रॉस वोट दिया है। द्रौपदी मुर्मू के कुल वोट अब 5,77,777 हो गए हैं जबकि यशवंत सिन्हा को केवल 2,61,062 वोट मिले हैं।
भारत के 15 राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोटों की गिनती दिल्ली के संसद भवन में दिन में शुरू हुई थी। मतदान 18 जुलाई को संसद भवन और सभी राज्य विधानसभाओं में हुआ था, 4,796 सांसदों और विधायकों में से 99% ने वोट डाला था।
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा और उनके उत्तराधिकारी 25 जुलाई को शपथ लेंगे। एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुरमू संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ लड़े थे।
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India’s First Tribal President Draupadi Murmu
आदिवासी जनजाति से ताल्लुक रखने वाली झारखंड राज्य की पहली महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के तरफ से अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार चुनी गई थी।
उनका जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर 1997 में भारतीय जनता पार्टी के साथ शुरू किया था। अगर आपको अगले राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, तो यह पोस्ट पूरा पढ़ें।
द्रोपदी मुर्मू की जीवनी – Draupadi Murmu Biography in Hindi
वास्तविक नाम ( Real Name ) | द्रौपदी मुर्मू [ Draupadi Murmu ] |
उपनाम Nicname ) | द्रौपदी [ Draupadi ] |
जन्म ( Birth Date ) | 20 जून 1958 |
जन्म स्थान ( Birth place ) | मयूरभंज उड़ीसा भारत [ Mayurbhanj Udisa India ] |
उम्र ( Age ) | 64 साल ( 2022 तक ) |
पति ( Husband ) | स्वर्गीय ( श्याम चरण मुर्मू ) [ Late Shyam Charan Murmu ] |
बच्चे ( Children ) | बेटा : दो ( दिवंगत ) बेटी : एक ( इतिश्री मुर्मू ) [ Itishri Murmu ] |
पिता ( Father ) | बीरांची नारायण टूडू [ Viranchi Narayan Tudu ] |
पेशा ( profession ) | भारतीय राष्ट्रपति [ 21 जुलाई 2022 में निर्वाचित ] |
राष्ट्रीयता ( Nationality ) | भारतीय [ Indian ] |
गृहनगर ( Hometown ) | मयूरभंज ओडीशा भारत [ Mayurbhanj Udisa India ] |
धर्म ( Religion ) | हिंदू [ Hindu ] |
राशि ( Zodiac sign ) | मिथुन [ Gemini ) |
जाती ( Caste ) | अनुसूचित जनजाति [ Scheduled Tribe ] |
शिक्षा (Educatione ) | कला स्नातक [ Bachelor of Arts ] |
कॉलेज (College) | रामादेवी ओमेंस कॉलेज भुवनेश्वर ओड़िशा [ Ramadevi Women’s College Bhubaneswar Odisha ] |
पार्टी ( Party ) | भारतीय जनता पार्टी [ Bhartiya Janata Party ] |
नेटवर्थ (Networth ) | 2.5 मिलियन रुपये [ 2.5 Million Rupee ] |
रूचि ( Hobbies ) | लेखन ( कविता ) [ writing (Poem) ] |
President Candidate Draupadi Murmu Biography
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई 2022 को हुआ था और 21 जुलाई को मतगणना हुआ और राष्ट्रपति उम्मीदवारों का नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख जून 29 तक था ।
भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने एनडिए तरफ से झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को संयुक्त विपक्षी राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ आगामी चुनाव के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था। कौन हैं द्रौपदी मुर्मू? जानने के लिए आगे पढ़े।
द्रौपदी मुर्मू भारतीय एक राजनीतिज्ञ है, जो एनडीए की तरफ से 2022 के भारतीय राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार है। वे झारखंड के नौवें राज्यपाल थी। द्रौपदी मुर्मू भारत में अनुसूचित जनजाति समुदाय से ताल्लुक रखती हैं । वे भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) की सदस्य है। वर्ष 2000 में झारखंड राज्य गठन के बाद वे 5 साल की कार्यकाल ( 2015-2021 ) पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल है।
द्रौपदी मुर्मू की प्रारंभिक जीवन ( Draupadi Murmu Early Life )
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को उड़ीसा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडू है। संथाल परिवार, एक आदिवासी जातीय समूह से ताल्लुक रखती है।
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा ( Draupadi Murmu Education )
द्रौपदी मुर्मू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा निजी स्कूल से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए रामा देवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर उड़ीसा में दाखिला लिया जहां उन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स में ग्रेजुएशन की डिग्री ली।
द्रौपदी मुर्मू की व्यक्तिगत जीवन ( Draupadi Murmu Personal Life )
द्रोपति मुर्मू का शादी श्याम शरण मुर्मू से हुआ था। मुर्मू दंपति के दो बेटे और एक बेटी थी। द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन में पारिवारिक त्रासदी झेली है। उनका पति और दो बेटों की मृत्यु हो चुकी है।
द्रौपदी मुर्मू की राजनीतिक जीवन ( Draupadi Murmu Political Career )
द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा राज्य में भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान, 6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 पक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास के लिए राज्य मंत्री थी। द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा की पूर्व मंत्री और 2000 से 2004 में रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थी।
- द्रौपदी मुर्मू भारत की पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनी। द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है।
- द्रौपदी मुर्मू 1997 में, उड़ीसा के रायरंगपुर जिले के पार्षद के रूप में चुनी गई और ठीक उसी वर्ष मुर्मू रायरंगपुर के उपाध्यक्ष बने।
- 2000 के विधानसभा चुनावों में उन्हें चुना गया हुए उन्हें परिवहन और वाणिज्य विभाग का प्रभार दिया गया।
- 2002 में उन्हें मत्स्य पालन और पशु संसाधन मंत्री का पदभार दिया गया, जहां उन्होंने 2002 से 2004 तक कार्य किया।
- द्रौपदी मुर्मू 2002 से 2009 तक मयूरभंज जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बने रहे।
- द्रौपदी मुर्मू 2004 में रायरंगपुर से विधायक के रुप में चुनी गई और उन्होंने 2009 तक सेवा की।
- भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने उन्हें ( 2006-2009 ) अनुसूचित प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नामित किया।
- 2010 में फिर से द्रौपदी मुर्मू मयूरभंज जिले के लिए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष में चुनी गई ।
- द्रौपदी मुर्मू 2013 में तीसरी बार उसी जिले के लिए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बनी रही और 2015 तक सेवा की।
- द्रौपदी मुर्मू कों मई 2015 में झारखंड के राज्यपाल का प्रभार दिया गया।
द्रौपदी मुर्मू गवर्नर का पद ( Draupadi Murmu was Governor of Jharkhand )
द्रौपदी मुर्मू झारखंड राज्य की पहली महिला राज्यपाल रह चुकी हैं । वे उड़ीसा की पहली महिला और आदिवासी नेता है जिन्हें झारखंड राज्य के लिए राज्यपाल नियुक्त किया गया था । वे जुलाई 2022 में भारत में अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार है।
द्रौपदी मुर्मू के बारे में कुछ रोचक तथ्य ( Interesting Facts About Draupadi Murmu
- द्रौपदी मुर्मू श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन में मानव सहायक प्रोफेसर के रूप में काम किया और अनुसंधान, रायरंगपुर और फिर उड़ीसा के सिंचाई विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में काम किया.
- इसके बाद द्रौपदी मुर्मू 1997 में भारतीय जनता पार्टी के साथ राजनीति में प्रवेश किया।
- उड़ीसा की विधानसभा के सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए उन्हें 2007 में नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- द्रौपदी मुर्मू कों 2013 में मयूरभंज जिले के लिए पार्टी के जिला अध्यक्ष पद के लिए पदोन्नत किया गया था।
- मई 2015 में, भारतीय जनता पार्टी भाजपा ने उन्हें झारखंड के राज्यपाल के रूप में चुना था।
द्रौपदी मुर्मू विवाद ( Draupadi Murmu Controversy )
आपको बता दूं कि द्रौपदी मुर्मू कभी भी विवादों में नहीं रही है। 18 मई 2015 को झारखंड की राज्यपाल के रूप में शपथ लेने से पहले द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा में दो बार विधायक और एक बार राज्यमंत्री के रूप में काम कर चुकी थी।
राज्यपाल के तौर पर 5 वर्ष का उनका कार्यकाल 18 मई 2020 को खत्म हो गया था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से राष्ट्रपति द्वारा नई नियुक्त नहीं किया गया जाने की वजह से उनका कार्यकाल को कुछ समय के लिए विस्तार किया गया था।
अपने पूरे कार्यकाल में द्रौपदी मुर्मू कभी विवादों में नहीं रही। झारखंड के जनजातीय मामलों, शिक्षा, कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य से जुड़े मामलों पर वह हमेशा से सतर्क रही है।
साल 2017 में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनके नाम पर चर्चा हुई थी
मीडिया सूत्र के अनुसार वर्ष 2017 में भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के तौर पर द्रोपदी मुर्मू का नाम सामने आया था। एनडीए ने निर्विवाद राजनीतिक करियर वाली आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू का नाम पर गहरे मंथन के बाद लिया है।
द्रौपदी मुर्मू के पास राज्यपाल के तौर पर 6 साल से ज्यादा का अनुभव है, ऐसे में संभव है कि उनकी उम्मीदवारी से एनडीए को बड़ा फायदा मिल सकता है। इस तरह से वह पूरे देश को कई मायनों में प्रतीकात्मक संदेश देने का प्रयास कर सकती है।
एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाए जाने पर “आश्चर्यचकित”
एनडीए के तरफ से 21 जून 2022 को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी घोषित झारखंड की पूर्व महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा था की,
“आश्चर्यचकित हूं,मुझे विश्वास नहीं हो रहा। मैं आप सभी का आभारी हूं, और ज्यादा बोलने की इच्छा नहीं है। संविधान में राष्ट्रपति की जो भी शक्तियां है मैं उसके अनुसार काम करूंगी”
FAQ:
भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति कौन है?
भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हैं, जिन्होंने 18 जुलाई 2022 को हुए राष्ट्रपति चुनाव में अपनी विपक्षी यशवंत सिन्हा के खिलाफ भारी मतों से विजयी हुई।
द्रोपदी मुर्मू ने कितने शिक्षा ग्रहण की है?
द्रोपदी मुर्मू ने रामादेवी ओमेंस कॉलेज भुवनेश्वर उड़ीसा ( Ramadevi Women’s College Bhubaneswar Odisha ) से कला स्नातक (Bachelor of Arts )डिग्री हासिल की है।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल कौन है?
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू थी। उन्होंने 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक सेवा की।
द्रौपदी मुर्मू के कितने बच्चे हैं?
द्रोपदी मुर्मू के पति स्वर्गीय श्याम सरण मुर्मू थे। मुर्मू दंपति के तीन बच्चे थे। दो बेटे ( दिवंगत हो चुके हैं ) और एक बेटी इतिश्री मुर्मू हैं।
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निष्कर्ष:
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