दुनिया की सबसे बड़ी मछली, Duniya Ke Sabse Khatarnak Machhali, Duniya Ki Sabse Badi Machhali kaun si hai, Sabse Badi Machhali, Duniya Ki Sabse Badi Machhali, Sabse bada Machhali, Sabse bada fish

दुनिया भर में बहुत से इंसान अपने दैनिक भोजन के लिए और आर्थिक आजीविका के लिए मछलियों या मछलियों से बने उत्पादों पर निर्भर है। ब्रह्माण्ड के महासागरों और नदियों में 30,000 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के मछलियां पाई जाती है। आप बड़े बड़े होटल और कई बड़े-बड़े मार्केट में भी विभिन्न सुंदर मछलियों को एक्वेरियम में देख सकते हैं। हालांकि कुछ मछलियां कि प्रजाति बहुत ही भयानक और जानलेवा होते हैं।
आज हम ऐसे ही कुछ चुनिंदा मछलियों के बारे में बात करेंगे जो इंसान के लिए बहुत ही घातक होते है। वैसे तो समुंदर में बहुत ही बड़े बड़े भयानक और खतरनाक मछलियां पाई जाती है। लेकिन, समुंदर में पाए जाने वाले छोटी-छोटी बहुत प्यारी सी दिखने वाली मछली भी इंसानों के लिए जानलेवा होता हैं।
Contents
तो चलिए जानते हैं Duniya Ke Sabse Khatarnak Machhali के बारे में ।
- पफर फिस – Puffer Fish
- रेड लायन फिस – Red Line fish
- कैंडीरू – Candiru
- ग्रेट वाइट शार्क – Great White Shark
- मोरे इल – Moray Eel
- टाइगर फिस – Tiger fish
- पिरान्हा – Piranha
- स्टोन फिस – Stone Fish
- बॉक्स जेलीफिश -Box Jellyfish
- इलेक्ट्रिक इल – Electric Eel
10.पफर फिस : Puffer Fish

पफर फिश, जिसे स्वेलफिश या ब्लोफिस भी कहा जाता है, ये टेट्राओडोन्टिड़े प्रजाति के मछली है। यह मछलियां अपनी अजीब हरकतों के लिए जाने जाते हैं। यह अपने शरीर को हवा और पानी के साथ इतना फुला लेते हैं कि गोलाकार बन जाते हैं। पफर फिश दुनिया भर के गर्म और समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाए जाते हैं, मुख्य रूप से समुद्र में पाए जाते हैं। इसके शरीर में कांटेदार खाल और जुड़े हुए दांत होते हैं, जो कि इसे इंसानों के लिए खतरनाक बनाती है । इसकी कांटेदार खाल आप तस्वीर में देख सकते हैं। सबसे बड़े पफर्स लगभग 90 सेंटीमीटर तक लंबे हो सकते हैं।
इसके कई प्रजातियां बहुत ही जहरीली होती है, जिसके अंतरिका अंगों में टेट्राओडोटोक्सीन ( जहरीला पदार्थ ) मौजूद होता है। यह इतना जहरीला होता है कि अगर यह मछलियां इंसानों को काट ले तो इंसान की मौत भी हो सकती है। कभी-कभी पफर्स को भोजन के रूप में भी उपयोग किया जाता है। जापान में इस मछली को फुगु कहा जाता है। इस मछली को विशेष रूप से प्रशिक्षित शेफ द्वारा सावधानीपूर्वक साफ और खाने के लिए तैयार किया जाता है।
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9.रेड लायन फिस – Red Lionfish

यह मछली बिच्छू जैसे ही दीखता हैं। यह मछली अपने जहरीले फिन स्पाइन के लिए प्रसिद्ध है, जो कि इंसानों के लिए काफी दर्दनाक होते हैं। इस मछली के शरीर में जेब्रा के जैसे पैटर्न होता हैं। इस मछली में बढे हुए पेक्टोराल पँख और लम्बी रीढ़ होती हैं।
जब इस मछली को परेशान किया जाता है, या इसको कोई खतरा महसूस होता है, तब यह अपनी विषैले कांटेदार पंख फैलाती है और हमला कर देती है। इस मछली के सबसे प्रसिद्ध प्रजातियों में से एक रेड लाइन फिस हैं। यह लाल, सफेद और भूरे रंग की धारीदार होते हैं। रेड लायन फिश लगभग 30 सेंटीमीटर तक लंबा हो सकती है।
यह दक्षिण प्रशांत रीफ इको सिस्टम में पाई जाती है। 21वीं सदी की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी समुद्र तट के साथ, मेक्सिको की खाड़ी में और कैरेबियन सागर में रीफ इको सिस्टम में यह प्रजातियों को स्थापित किया गया था।
वन्य जीव शोधकर्ताओं को संदेह है कि 1980 के दशक में फ्लोरिड़ा के अटलांटिक तट के साथ पालतू जानवरों के मालिक द्वारा जानबूझकर लाइन फिश को समुद्र में छोड़ दिया गया था। वही एक और घटना 1992 में तूफान Andrew के कारण कई सारे मछली पालन करने वाली जगह तबाह हो गई और इस मछली को भागने कि मौका मिल गई।
8. कैंडीरू – Candiru
कैंडीरू ब्राजील के अमेज़न नदी क्षेत्र में पाए जाने वाले Trichomycteridae Family कि एक स्केललेस परजीवी कैटफिश है। यह प्रजाति पारभासी और इल जैसा होता है और लगभग 1 इंच की लंबाई तक बढ़ सकता है। यह रक्त खाने वाला एक परजिवी हैं जो अन्य मछलियों के गिल्स में पाए जाते हैं।
यह मछली इंसानों पर भी हमला कर देते हैं। जैसे कोई इंसान या कोई जानवर पानी में उतरते हैं, तों यह छोटा सा मछली मूत्राशय द्वारा शरीर में प्रवेश करते हैं जो इंसान के मृत्यु के कारण भी बन जाते हैं।
7. ग्रेट वाइट शार्क – Great White Shark

ग्रेट वाइट शार्क को वाइट पॉइंटर भी कहा जाता है। यह दुनिया भर में इतना प्रसिद्ध है कि इस कि कोई परिचय की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह समुद्र में पाए जाने वाले सबसे शक्तिशाली और सबसे खतरनाक शिकारी में से एक है। हालांकि इसके जीवन और व्यवहार के बारे में बहुत कम ही जानकारी उपलब्ध हैं।
Fossil Record के अनुसार ग्रेट वाइट शार्क के आधुनिक प्रजातियां 18-12 मिलियन वर्ष पूर्व से, मिओसिन युग के मध्य के दौरान रही हैं, लेकिन इसके पूर्वज कम से कम इओसीन युग ( लगभग 56-34 मिलियन वर्ष पूर्व ) के समय के हो सकते हैं।
ग्रेट वाइट शार्क गोताखोरों, तैराको, सर्फ़र, कैकर और कभी कभी तों छोटी नावों पर भी हमला कर देती है। ग्रेट वाइट शार्क इंसानों पर एक बार हमला कर ने के बाद ßदोबारा हमला करने के लिए शायद ही लौटते हैं। लेकिन, इसका हमले का घाव इतना भयानक होते हैं कि ज्यादा खून बहने कि वजह से मौत भी हो सकते हैं। वैसे तो दुनिया में बहुत से ऐसे इंसान हैं जो ग्रेट वाइट शार्क के हमले के बाद भी जिंदा है, लेकिन उसके जीवन में इसका बहुत बड़ा असर होता हैं। जैसे कि एक ग्रेट वाइट शार्क पीड़ित को आप नीचे की तस्वीर में देख सकते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट में ग्रेट वाइट शार्क के हमले के समीक्षा से पता चला है कि 7% हमले घातक थे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य इलाकों में यह आंकड़े 20% से अधिक मृत्यु दर दिखाते हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के समुंदर में हुए हमलों में मृत्यु दर 60% दर्ज की गई है।
कई शोधकर्ता मानते हैं कि सार्क की जिज्ञासा से इंसानों पर हमला होते हैं, इसके विपरीत कई अन्य अधिकारियों का तर्क है कि सार्क अपनी प्राकृतिक शिकार जैसे कि सील और अन्य समुद्री जीव समझ कर इंसानों पर हमला कर देते हैं। लेकिन यह भी संभव है कि ग्रेट वाइट शार्क हमले का इरादा रख के ही इंसानों पर हमला कर देते हैं।
6. मोरे इल – Moray Eel

मोरे इल की लगभग 80 से ज्यादा प्रजातियां है, और वे सभी उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय समुद्र में पाए जाते हैं, जहां वे चट्टानों और चट्टानों के बीच उथले पानी में रहते हैं और दरारों में छिपे रहते हैं।
मोरे इल अन्य इलों से छोटे और गोल होते हैं। इसकी त्वचा मोटी, चिकनी और पपड़ीदार होती है, जबकि मुंह बड़ा होते हैं और जबड़ा मजबूत और नुकिल्ली दांतों से सुसजीत होते हैं, जो उन्हें अपने शिकार को पकड़ने में सक्षम बनाती है साथ ही अपने दुश्मन को भी गंभीर रूप से घायल बना सकते हैं।
मोरे इल इंसान द्वारा परेशान होने पर ही इंसान पर हमला करते हैं। यह बहुत ही शातिर शिकारी होते हैं। मोरे इल आमतौर पर रंगीन होते हैं। इसकी लंबाई लगभग 5 फीट तक होती है। मोरे इल को दुनिया के बहुत क्षेत्रों में खाए जाते हैं। लेकिन, कभी-कभी इनका मांस जहरीला होने की वजह से बीमारी या मौत के कारण भी बन सकता हैं।
5. टाइगर फिश – Tiger फिश
टाइगर फिस की बहुत सी प्रजातियां है। टाइगर फिश को पकड़े जाने पर या खतरे की आभास होने पर बहुत ही खतरनाक और ह्रींसक रूप ले लेते हैं। इसीलिए इसको टाइगर फिस का नाम दिया गया है। ए मछलियां अपने खंजर जैसे नुकिले दांतो के लिए प्रसिद्ध हैं जो तैराको को गंभीर चोट पहुंचा सकता हैं।
इस मछलियां को लम्बाई और इसके ऊपर बने धारियों के आधार पर इसके प्रजातियां को चिन्हित किया जाता हैं। इसके पांच प्रजातियों में से Goliath Tigerfish 6 फ़ीट लम्बा और वजन में 57 किलोग्राम तक हो सकता हैं। वही पर H. Vittatus Tiger Fish एक फिट लम्बे हो सकते हैं।
यह मछलियां ज्यादातर अफ्रीका के कांगो और ज़म्बिया में पाए जाते हैं।
4. पिरान्हा – Piranha

Piranha, बहुत ही भयानक और ख़तरनाक मांसाहारी मछली हैं। जिसे Caribe या Piraya के नाम से भी जाना जाता हैं। यह दक्षिण अमेरिक़ी नदियों और झीलों में पाए जाते हैं। इस मछली के 60 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं और हर प्रजातियां बेहद क्रूरता के लिए जानी जाती हैं। इस मछली की भयानक क्रूरता 1978 में बनी हॉलीवुड मूवी “Piranha” में दिखाया गया हैं।
पिरान्हा की अधिकांश प्रजातियां 60 सेंटीमीटर से अधिक नन्ही होती हैं। यह चांदी रंग से लेकर नारंगी और निचले हिस्से काले रंग के होते हैं। इसके जबडे बहुत ही मजबूत और दांत त्रिकोणीय खंजर जैसे तेज होती हैं।
पिरान्हा, उत्तरी अर्जेंटीना से लेकर कॉलोम्बिया तक पाए जाते हैं, लेकिन इसके सबसे ज्यादा प्रजातियां अमेज़ॉन नदी में पाए जाते हैं। वैसे तों पिरान्हा के सभी प्रजातियां बेहद ख़तरनाक होते हैं, लेकिन उनमें भी सबसे ख़तरनाक Red-Bellied ( Pygocentrus Nattereri ) को माना जाता हैं। जो 50 सेंटिमटर तक लम्बे हो सकते हैं और 100 से ज्यादा की संख्या में समूह बनाके आक्रमण करते हैं।
यह मछली समूह में शिकार पर एक साथ हमला करता हैं। यह एक प्रकार के ध्वनि संकेत से एक दूसरे से कम्युनिकेट करते हैं।
Lobed Toothed Piranha ( P. Denticulate ) जो मुख्य रूप से ओरोनिको नदी के बेसिन और अमेज़ॉन नदी के सहायक नदियों में पाए जाते हैं और सन फ्रांसिस्को पिरान्हा ( P. Piraya ) ब्राजील में सन फ्रांसिस्को को नदी के मूल निवासी प्रजाति है। यह पिरान्हा इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है। वैसे तो पिरान्हा बड़े जानवर को कभी नहीं मारते हैं और इंसानों पर इसकी हमला दुर्लभ है, लेकिन खून की गंध पिरान्हा को आकर्षित करते हैं।
3. स्टोन फिश – Stone Fish

स्टोन फिश जहरीली समुद्री मछलियां है। इस मछलियों को Genus Synanceja और Synanceiidae प्रकार में वर्गीकृत किया गया है, जो उष्णकटिबंधीय इंडो-पेसिफिक के उथले पानी में पाए जाते हैं। यह मछली बहुत ही सुस्त होते हैं और समुद्र तल में चट्टानों के बीच में पाए जाते हैं। इस मछली के शरीर चटानों के जैसे ही उबड़ खाबड़ खाल से बने होते हैं।
यह मछलियां अपने परिवेश के साथ अपनी रूप और रंग में परिवर्तन कर सकते हैं जिसकी वजह से इसे देख पाना या ढूंढ पाना बेहद मुश्किल होता है। गलती से भी आप इसके ऊपर हाथ या पैर रख देते हैं, तो यह अपने नुकिल्ली पंखो से आपको घाव लगा सकती हैं और घातक जहर इंजेक्ट कर सकती हैं। इसकी जहर इतना दर्दनाक होते हैं कि इंसान कि मौत भी हो सकती है।
2.बॉक्स जेलीफिश – Box Jellyfish

बॉक्स जेलीफिश समुंद्री की सबसे खतरनाक मछलियों में से एक है और इसे समुद्र के सबसे जहरीला जीव भी माना जाता है। इसका जहर इतना खतरनाक होता है इंसान कि मिनटों में ही मौत का कारण बन सकता है, और बच भी जाए तो इसके डंक से छोड़े गए निशान जीवन भर बने रहते हैं।
बॉक्स जेलीफिश की जहर इंसान के हृदय के धड़कन रोक देती हैं। जब यह हमला करता है, हृदय की धड़कन कम कर देती हैं। इस मछली का डंक बेहद दर्दनाक और पीड़ादायी होता हैं।
बॉक्स जेलीफिश जापान, ऑस्ट्रेलिया और मेक्सिको की खाड़ी में पाए जाते हैं।
1.इलेक्ट्रिक इल – Electric Eel

इलेक्ट्रिक इल एक बहुत ही ख़तरनाक मछली हैं जो अपने शिकार को एक शक्तिशाली बिजली के 330 से लेके 650 वोल्ट के झटका देके के अचेत कर देते हैं। यह मछली 2.75 मीटर तक लम्बी हो सकती हैं और इसका वजन 22 किलोग्राम तक हो सकता हैं।
यह दक्षिण अमेरिका के ताजे पानी और अमेज़ॉन के बेसिन में पाए जाते हैं।
अंत में :
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यह पोस्ट पढ़ने कें लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!
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FAQ:
Q1: इस धरती पर सबसे घातक मछली कौन सा हैं?
Ans: स्टोन फिश
Q2: कौन सी मछली आपको मर सकती हैं?
Ans: पुफर फिस इंसान जी जान ले सकती हैं।
Q3:खाने के लिए सबसे घातक मछली कौन सी हैं?
Ans: puffer फिस दुनियां भर में ही बहुत ही जहरीला मछली हैं।
Q4: दुनियां की सबसे बदसूरत मछली कौन सी हैं?
Ans: ब्लॉबफिश