7 Wonders of India: भारत कला और संस्कृति में दुनिया में ही एक समृद्ध देश है। भारत के हर अलग अलग राज्य में अलग-अलग वेशभूषाएं, जाति धर्म, कला और संस्कृति पाए जाते हैं। प्राचीन काल में ही ऐसी ऐसी चीजों की निर्माण की गई थी, जिसे आज भी हम देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं, कि बिना कोई अत्याधुनिक औजार के यह सब बनाने में कैसे संभव हुआ? लेकिन, यह सब वास्तविक है। भारत में ऐसे सैकड़ों चीजें हैं जो आपके मन मोह सकती है और आप इसके बारे में जानकारी आश्चर्यचकित हो सकते हैं।
तो चलिए आज हम जानते हैं भारत के उन साथ अजूबों के बारे में:
Contents
List of 7 Wonders of India
7. स्वर्ण मंदिर, पंजाब – Golden Temple, Punjab
भारत के पंजाब राज्य में स्थित स्वर्ण मंदिर ( श्री हरीमंदिर साहिब ) दुनिया भर के सिखों का सबसे पवित्र तीर्थ स्थल है। यह स्वर्ण मंदिर भारत के सात अजूबों में से एक है।यह मंदिर पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित है और इसे सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जान द्वारा डिजाइन किया गया था। आदि ग्रंथ के रूप में जानी जाने वाली सिखों की पवित्र पुस्तक स्वर्ण मंदिर के अंदर स्थापित की गई थी।
इस स्वर्ण मंदिर के भीतर अकाल तख्त या ” कालातीत का सिंहासन” भी है, जिसे ईश्वर का भौतिक गुण माना जाता है। सभी धर्मों मजहबों के लोग इस स्वर्ण मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। प्रतिदिन एक लाख से अधिक दर्शनार्थी इस मंदिर का दर्शन करने के लिए आते हैं।
6. अखंड गोमतेश्वर प्रतिमा, कर्नाटक – Akhand Gomateshwara Statue Karnataka
भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित गोमतेश्वर बाहुबली की प्रतिमा भारत के सात अजूबों में से एक है। गोमतेश्वर बाहुबली भारत के संपूर्ण जैन समुदाय की एक प्रतिष्ठित शख्सियत है। बाहुबली ऋषभनाथ ( प्रथम जैन तीर्थकर ) के पुत्र थे। ऐसा कहा जाता है कि बाहुबली ने 1 साल तक बिना रुके खड़े होकर ध्यान लगाकर मोक्ष प्राप्त किया था जब तक कि उसके पैरों के चारों ओर पौधे चढ़ नहीं गए।
यह विशाल गोमतेश्वर प्रतिमा इस प्रकार प्राचीन भारत में बाहुबली के प्रति सम्मान दिखाने के लिए बनाई गई थी। यह प्रतिमा 57 फिट ऊंचा है जो भारत के कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला में पहाड़ की चोटी पर स्थित है। प्रतिमा की निर्माण लगभग 981 ईसवी में गंगा राजवंश के एक मंत्री और सेनापति चावूंदाराय द्वारा किया गया था।
5. नालंदा विश्वविद्यालय, बिहार – Nalanda Universities, Bihar
नालंदा विश्वविद्यालय भारत के सातवें अजूबों में से एक हैं। यह विश्वविद्यालय यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी स्वीकृत है। 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व और 1200 सि.ई. के बीच एक बड़ा बौद्ध मठ और शिक्षा प्राप्त करने का विश्व प्रसिद्ध केंद्र था। यह नालंदा विश्वविद्यालय भारत के बिहार राज्य की राजधानी पटना शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूरी में स्थित है। नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत के सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक है।
यह विश्वविद्यालय गुप्त साम्राज्य के शासनकाल के दौरान और बाद में कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन के शासन के दौरान शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। नालंदा विश्वविद्यालय में ज्ञान और शिक्षा प्राप्त करने हेतु चीन, कोरिया, मध्य एशिया और तिब्बत के ज्ञान साधकों भी किस विश्वविद्यालय में भाग लेने के लिए आते थे।
लेकिन, अफसोस की बात यह है कि 1200 ईस्वी में मामलूक राजवंश की एक मुस्लिम सेना द्वारा इस विश्वविद्यालय को ध्वस्त कर दिया गया। कई वर्षों बाद, आधुनिक भारत सरकार ने इस स्थल को पुनर्जीवित किया और आज यह बिहार राज्य के सबसे बड़ा पर्यटक स्थल में से एक है जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
4. ताज महल, उत्तर प्रदेश – Taj Mahal, Uttar Pradesh
शायद दुनिया में कुछ ही लोग होंगे, जिन्होंने प्यार के मशहूर प्रतीक ताजमहल के बारे में नहीं सुना होगा। ताजमहल भारत के सात अजूबों में से एक तो है ही इसके साथ साथ यह ब्रह्मांड की सात अजूबों में से भी एक हैं। ताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी प्यारी पत्नी मुमताज महल के निधन के बाद निर्माण करवाया था। यह एक सफेद मकबरा है। ताजमहल 1653 तक पूरी तरह से निर्माण हो गया था। ताजमहल, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल रूप में सूचीकृत है।
3. कोणार्क सूर्य मंदिर, उड़ीसा – Konark Surya Temple, Odisha
भारत के उड़ीसा राज्य में स्थित कोणार्क सूर्य मंदिर भी भारत के सात अजूबों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 1255 CE में पूर्वी गंगा राजवंश के शासक, राजा नरसिंहदेव प्रथम द्वारा किया गया था। यह मंदिर अपनी आकर्षक वास्तुकला और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण सूर्यरथ शैली का मंदिर है जिसमें विस्तृत नक्काशीदार पहिये, दीवारों और स्तंभ है।
हालांकि, इस मंदिर का एक बड़ा हिस्सा खंडहर में परिणत हो गया है लेकिन जो कुछ भी बचा है वह कोणार्क सूर्य मंदिर में पर्यटकों को ध्यान आकर्षित करने के लिए पर्याप्त है। यह मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला और इंजीनियरिंग को देखकर आधुनिक वास्तुकारों इंजीनियरों भी चकित हैं
2. खजुराहो स्मारकों का समूह, मध्य प्रदेश – Khajuraho Group of Monuments, Madhya Pradesh
खजुराहो स्मारकों का समूह भारत के सात अजूबों में से एक है। जो मध्य प्रदेश राज्य के खजुराहो में स्थित है। जो हस्बैंड और हिंदू मंदिरों का एक विशाल परिसर है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों के रूप में भी सूची कृत है। खजुराहो के मंदिर दुनिया भर में अपनी कामुक मूर्तियां और सुरुचिपूर्ण नागर शैली के स्थापत्य प्रतीकों के लिए जाने जाते हैं।
खजुराहो की मंदिर और अन्य स्मारक चंदेल राजवंश के शासक द्वारा 950 से 1050 के के बीच निर्माण किया गया था एक ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार,12वीं शताब्दी तक इस स्थल में 85 मंदिर था, जिनमें से केवल 20 मंदिर ही सुरक्षित है। मूर्तियों की प्रचुरता, मनमोहक कलाकारीता और प्रतीकात्मक डिजाइन सभी प्राचीन भारत की महान कलात्मक संपदा को प्रदर्शित करता है। इन सभी विशेषताओं के कारण खजुराहो स्मारकों का समूह को भारत के सात अजूबों में से एक माना जाता है।
1. हंपी मंदिर परिसर, कर्नाटक – Hampi Temple Complex, Karnataka
हंपी मंदिर परिसर भारत के सात अजूबों में से पहला नंबर पर आता है। यह मंदिर भारत के कर्नाटक राज्य स्थित है। हंपी कर्नाटक राज्य के एक मंदिर शहर है। अपने चरम समय के दौरान, हम भी दुनिया के सबसे अमीर शहरों में से एक था। हंपी, प्राचीन भारतीय साम्राज्य विजयनगर का एक हिस्सा था। जिसके शासक को कला और संस्कृति के प्रति अगाध प्रेम था और उसे एक कुशल शासन के लिए भी जाना जाता था।
विरुपाक्ष मंदिर, रानी का स्नानागार, विट्ठल मंदिर परिसर हंपी के कुछ सबसे उल्लेखनीय मंदिर और स्मारकों में से एक हैं। हर साल हजारों पर्यटक और तीर्थयात्रियों यहां पर घूमने के लिए आते हैं। हंपी मंदिर परिसर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी सुचिकृत हैं।
क्र. संख्या | अजुबा | स्थान | निर्माण |
1 | हंपी मंदिर परिसर – Hampi Temple Complex | कर्नाटक | N / A |
2 | खजुराहो स्मारकों का समूह – Khajuraho Group of Monuments | मध्य प्रदेश | 950 – 1050 |
3 | कोणार्क सूर्य मंदिर – Konark Surya Temple | उड़ीसा | 1255 सि.ई. |
4 | ताजमहल – Taj Mahal | उत्तर प्रदेश | 1653 |
5 | नालंदा विश्वविद्यालय – Nalanda University | बिहार | 1200 सि.ई. |
6 | अखंड गोमतेश्वर प्रतिमा – Akhand Gomateshwara Statue | कर्नाटक | 981 ईसवी |
7 | स्वर्ण मंदिर – Golden Temple | पंजाब | N / A |
पोस्ट भी जरूर पढ़ें :
- एशिया महाद्वीप में कितने देश हैं
- दुनिया के सबसे घातक झील
- जनसंख्या के हिसाब से दुनिया के 10 सबसे बड़े शहर
- उत्तरी अमेरिका का इतिहास
- दुनिया के सात महाद्वीप कौन कौन से हैं
आपने यह पोस्ट पढ़कर क्या सीखा
वैसे तो भारत एक बहुत बड़ा देश है। 1000, 2000 शब्दों में इसका बयान नहीं किया जा सकता है, हमारे पोस्ट में एक-एक करके सभी के बारे में जानेंगे। लेकिन जो हमने इस पोस्ट में जाना वह केवल अजूबा है जो कि सदियों पुराना है। जो जान आपको इस पोस्ट से मिला है उम्मीद करता हूं कि आप जैसे ही चीज जीवन में मददगार साबित होंगे।
अंत में आपको यह कहना चाहता हूं कि यदि आपको ये पोस्ट बहुत पसंद है तो अपने दोस्तों को साथ भी जरूर शेयर करें और आपने सोशल मीडिया में भी शेयर करें। ताकि, दूसरे स्टूडेंटों को भी इसके बारे में जानकारी मिल सके।
यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!
FAQ:
Q1. भारत के सात अजूबे कौन-कौन से हैं?
Ans: भारत के सात अजूबे इस प्रकार है :
1.स्वर्ण मंदिर पंजाब – Golden Temple, Punjab
2.गोमतेश्वर प्रतिमा कर्नाटक – Akhand Gomateshwara Statue
3.नालंदा विश्वविद्यालय बिहार – Nalanda University
4.ताजमहल उत्तर प्रदेश – Taj Mahal, Uttar Pradesh
5.कोणार्क सूर्य मंदिर उड़ीसा – Konark Surya Temple
6.खजुराहो मध्य प्रदेश – KHajuraho Group of Monuments
7.हंपी मंदिर कर्नाटक – Hampi Temple Complex
Q2. दुनिया के सात अजूबों में से सबसे पुराना अजूबा कौन सा है?
Ans: दुनिया के सात अजूबों में से सबसे पुराना अजूबा जीजा का विशाल पिरामिड है जो मिश्र देश में स्थित है। मिश्र में बने इस विशाल पिरामिड़ो की रचना एक पहेली है।
Q3. ताजमहल कितने पुराने हैं?
Ans: 390 साल
Q4. ताजमहल की असली मालिक कौन है?
Ans: ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ( शासनकाल 1628-1658 ) ने अपनी पत्नी मुमताज महल को अमर करने के लिए किया था, जिनकी मृत्यु 1631 में प्रसव के दौरान हुई थी।