सुंदरवन नेशनल पार्क भारत और बांग्लादेश के सीमा पर स्थित एक बहुत ही प्रसिद्ध नेशनल पार्क है। 15 Amazing Facts About Sundarban: यह नेशनल पार्क बाघों के लिए जाने जाते हैं। बाघ परियोजना के तहत यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल और बाघ संरक्षण के लिए एक प्रसिद्ध स्थान होने के नाते सुंदरवन भारत और बांग्लादेश में डेल्टा के किनारे वन्यजीवों की शानदार झलक पाने के लिए हर बाघ प्रेमी के लिए एक अच्छा जगह है।

सुंदरवन के खारे पानी में बाघों के तौर पर और आराम करते हुए और आसपास घूमते जंगली जानवरों का विस्मयकारी दृश्य आपके शरीर में रोंगटे खड़े कर सकता हैं। घने मैंग्रोव जंगल और विशाल खारे कीचड़ से घिरा, सुंदरवन आपको 260 पक्षी प्रजातियों और अन्य दुर्लभ प्रजातियों जैसे कि मुहाना के मगरमच्छ और भारतीय अजगर सहित वनस्पतियों और वन्यजीवो दोनों का सबसे अच्छा अनुभव प्रदान करता है। लेकिन, इसके साथ ही सुंदरवन के बारे में कुछ और दिलचस्प तथ्य है, जो आपको सुंदरवन की यात्रा करने की योजना बनाने में मजबूर कर सकता है।
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तो चलिए जानते हैं सुंदरवन के बारे में कुछ रोचक और आश्चर्यजनक तथ्यों के बारे में
Contents
15 Amazing Facts About Sundarban
1. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सुंदरवन ( भारत ) वेनिस शहर से 10 गुना बड़ा है। यह वन 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं। भारतीय सीमा अंतर्गत सुंदरबन में 102 द्वीप है, जिनमें 54 द्वीप में इंसानों की व सुभाष है और अन्य शेष क्षेत्र घने जंगलों से भरे पड़े हैं।
2. सुंदरवन को दुनिया का सबसे बड़ा तटीय मैंग्रोव वन कहा जाता है जो लगभग 10,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसमें भारत में 4,000 वर्ग किलोमीटर और बांग्लादेश मैं 6,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
3. सुंदरवन के अंदर जलमार्गों का परस्पर नेटवर्क द्वारा जंगल के लगभग हर कोने को घाटों में सुलभ तरीका से पहुंचा जा सकता है। जिससे यात्रियों को दर्शनीय स्थलों की यात्रा और जंगल की जादूगरी नजारों से रोमांचित होने का एक अच्छा अवसर मिलता है।
4. सुंदरवन विशिष्ट और प्राकृतिक संसाधनों में से एक होने के नाते, सुंदरबन बायोस्फीयर रिजर्व को खारे पानी के मछली उत्पादन और समुद्री मत्स्य पालन के कारण भारत का सबसे बड़ा मत्स्य बोर्ड माना जाता है।
5. सुंदरवन जंगल का नाम बड़े मैनग्रोव पेड़ों सुंदरी ( Heritiera Littoralis ) के नाम पर रखा गया है।
7. सुंदरवन टाइगर रिजर्व में 400 राजस्व और रॉयल बंगाल टाइगर होने का अनुमान है।

8. भारतीय सीमा क्षेत्र में, गोसाबा ( समुंद्र तल से 13 फीट ) सुंदरवन पर सबसे बड़ा और आखरी में बसा हुआ द्वीप है। यहीं से घना जंगल अभयारण्य शुरू होते हैं। भले ही यह द्वीप मुख्य भूमि से अलग-थलग है, लेकिन इसकी अपनी पंचायत, स्कूल, अस्पताल, स्थानीय स्वशासन और भी बहुत कुछ है।
9. सुंदरवन में, दिन में दो बार अद्वितीय ज्वार की घटना होती है- एक उच्च ज्वार होते हैं जिस का जल स्तर लगभग 6 से 10 फीट तक उठ जाता है और दूसरा निम्न द्वारा होता है।
10. कहा जाता है कि सुंदरवन के खतरनाक आदमखोर बाघों के हमला में 3000 से अधिक पुरुषों का मृत्यु हुआ है। इस कारण से मछुआरों को कोर जोन के जंगलों में मछली पकड़ने के लिए आरक्षित वन कार्यालय विभाग से विशेष अनुमति लेने की आवश्यकता होती है। लेकिन, यह आंकड़े आपको डराने के लिए नहीं है, आप सुंदरवन के सुरक्षात्मक गाइडलाइंस और सुरक्षा गार्डों के साथ बिना किसी चिंता के सुंदरवन का यात्रा कर सकते हैं।

11. अमावस्या की रात में छोटे सूक्ष्मजीव ( Phytoplanktons ) को प्रकाश को प्रतिबिंबित करते हुए हैं बेहद अद्भुत नजारा देखने को मिल सकता है।
12. वर्ष 2007 में सिद्र चक्रवात ने सुंदरवन के 40% हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया था। समुद्री लहरों ने सुंदरबन की कृषि भूमि को खारे पानी से बहुत ही प्रभावित कर दिया था जिसके वजह से ग्रामीणों को फिर से कृषि उपजों के लिए जमीन को तैयार करने में 3 साल लग गए थे। इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने इंद्री को ऊंचा ज्वार को रोकने के लिए है और सुंदरवन के संरक्षण के लिए एक संगठन की स्थापना की।
13. सुंदरवन को वर्ष 1973 में सुंदरबन टाइगर रिजर्व का मुख्य क्षेत्र घोषित किया गया था, 4 मई 1989 को सुंदरवन को नेशनल पार्क घोषित किया गया था। हाल में सुंदरवन को टाइगर रिजर्व विश्व धरोहर स्थल के रूप में स्वीकृत किया गया है।
14. लेखकों द्वारा सुंदरवन की स्थापना में कई उपन्यास लिखे गए हैं जो गांवों और मछुआरे के जीवन की कठोरता पर आधारित है जिनमें एमिलियो सालगारी द्वारा The Mystery of The Black Jungle शिव शंकर मिश्रा द्वारा Sundarban Arjan Sardar और मानिक बंदोपाध्याय द्वारा Padma Nadir Majhi शामिल है। इसके अलावा सलमान रुश्दी द्वारा लिखित Midnight’s Children और अमिताभ घोष द्वारा लिखित The Hungry Tide, Booker Prize विजेता उपन्यास है।
15 . सुंदरवन में रहने के लिए और घूमने के लिए वन परिक्षेत्र के अधिकारियों से अनुमति लेनी पडती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सुंदरवन के जनघनत्व पश्चिम बंगाल के जनघनत्व के बराबर है।
सुंदरवन के आसपास के निवासियों मौत के जबड़े में जीते हैं

सुंदरवन की कहानी बहुत लंबी और दिलचस्प पर है। इस डेल्टा क्षेत्र में बहुत सारे द्वीप है जहां गंगा और ब्रह्मपुत्र नदीया बंगाल की खाड़ी से मिलती है। इन में से कुछ द्वीपों में मैंग्रोव की घनी वन है तो कुछ द्वीपों में इंसानों का बस्ती है जब की यहां पर जंगली बाघों का खतरा हमेशा रहता है।
इन द्वीपों में खतरनाक जंगली बाघों के साथ-साथ समुंद्री तूफानों और तेज हवाओं ने इंसानों के जीवन को और भी कठिन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। हालांकि, यहां पर इंसानों और बाघों के बीच एक अनोखा रिश्ता विकसित हो गया है।
सुंदरवन में बाघों का शिकार करना बेहद मुश्किल होता है। शिकारी को बाघों की तलाश में मैंग्रोव पेड़ों की दाँतेदार जड़ों से घिरे घने कीचड़ में सावधानी से चलना पड़ता है। इतना ही नहीं बाघों की शिकार में सुंदरवन में आए हुए शिकारियों को पानी के तेज धाराओं के आपका खतरनाक मगरमच्छ और पानी के नीचे तैरता हुआ बेहद खतरनाक शार्क से भी खतरा होता है।
हालाकी, जंगल पर इंसानों की भारी निर्भरता ऐसी मुठभेड़ों को दुर्लभ नहीं बनाती है। सुंदरवन अपने केकड़ों, मछलियों और सहद के लिए प्रसिद्ध है, जिनका बाजार में उच्च मूल्य है। अधिकांश वन क्षेत्र संरक्षित होने के कारण, कानून ग्रामीणों को सहद निकालने, केकड़े की कटाई और मछली पकड़ने के लिए केबल सीमित स्थलों पर जाने की अनुमति देता है। लेकिन, गरीबी और लालच ऐसे कानूनों को अप्रभावी बना देते हैं और लोग अपने जान को जोखिम में डालते हुए निषेध वन क्षेत्रों में प्रवेश कर जाते हैं।
भोबोतोष मंडल, एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति और उसकी पत्नी अल्पना के केकड़ो को इकट्ठा करने के लिए सुंदरवन में प्रवेश करने वालों में से हैं। यह पूछे जाने पर कि अपनी जान को जोखिम में डालते हुए खतरनाक वनों में क्यों प्रवेश करते हैं? तो भोबोतोष ने कहा : मैंने सुंदरवन के बाहर शारीरिक श्रम के रूप में काम करने की कोशिश बहुत की, काम कठिन था और बदले में मुझे बहुत कम आर्थिक सहायता मिला जो कि मेरे परिवार को खिलाने के लिए पर्याप्त नहीं था इसलिए मैं लौट आया और फैसला किया कि घर के पास जंगल में जाना एक बेहतर विकल्प है। जंगली बाघों और मगरमच्छ के हमले का खतरा होने के बावजूद परिवार को पालने के लिए हमें सुंदरवन में प्रवेश करना ही पड़ता है।
जबकि वन विभाग हर साल जंगल से जीविका कमाने के इच्छुक लोगों को परमिट बेचता है, परमिट महंगे होते हैं और कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित होते हैं। परिणाम एक बाघ आश्रय स्थल है जो अत्यधिक संरक्षित है, लेकिन, उन क्षेत्रों में जीविकोपार्जन के लिए अत्यधिक वस्तुएं मिलने की वजह से इंसान अपने जान को जोखिम में डालते हुए अवैध तरीके से संरक्षित क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे अवैध प्रविष्टियों से जुड़ी घटनाओं को दर्ज नहीं किया जाता है और दुर्भाग्य से वन्य जीवों के हमलो के शिकार होने पर उनके परिवार को मुआवजा नहीं मिलता है।
स्थानीय गोपाल गायन कहते हैं, सुंदरवन प्रदेश परमिट बहुत महंगे होते हैं। इसलिए हमें लागत साझा करनी होती है और बड़े समूहों में जंगल प्रवेश करना होता है। इसका मतलब जंगल से मिलने वाले लाभ भी साझा करना पड़ता हैं जो हमारे परिवार के लिए पर्याप्त नहीं होता है। गोपाल गायन अपनी पत्नी मीनाती के साथ केकड़े इकट्ठा करने के लिए सुंदरवन प्रवेश करते हैं, हालांकि उसने अपने पिता को बाहर के हमले में खो दिया है। गोपाल और मीनाती ने शपथ ली है कि वे अपने बच्चों को इस खतरनाक जंगलों में प्रवेश करने नहीं देंगे।
भारतीय सुंदरवन में संयुक्त वन प्रबंधन कार्यसमिति ( JFMC ) के सदस्य हिमांशु मंडल के अनुसार, सुंदरवन के लोगों के इस घातक पैसे के पीछे गरीबी अकेला कारण नहीं है। समस्या यह है कि कुछ लोग आवश्यकता के कारण जंगल जाते हैं, जबकि कई लोग लालच के कारण जंगल जाते हैं। यहां के कई परिवार आजीविका के वैकल्पिक स्रोतों से अधिक कमाई करते हैं। क्योंकि जंगल में जाकर कम समय में अधिक पैसा बनाने का अधिक अवसर होता है।
JFMC के सदस्य के रूप में, सुंदरवन के सतजेलिया द्वीप के निवासी हिमांशु मंडल क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष के मुद्दों को कम करने में मदद करते हैं।
अंत में:
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FAQ:
सुंदरबन क्या क़े लिए प्रसिद्ध है?
रॉयल बंगाल टाइगर, गंगा और इरावदी डॉल्फिन, स्टूरीन मगरमच्छ, और लुप्तप्राय स्थानिक नदी टेरेपिन सहित विश्व स्तर पर लोपोंमुख प्रजातियों के लिए सुंदरवन सार्वभौमिक महत्व का है। सुंदरवन पैंथेरा टाइग्रेस प्रजाति के लिए दुनिया के एकमात्र मैनग्रोव निवास स्थान है।
सुंदरवन में कितनी नदियां है?
बांग्लादेश और पूर्वी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित सुंदरवन भौगोलिक क्षेत्रों में 177 नदिया बहती है बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।
सुंदरवन किस देश का है?
सुंदरवन में कुल 102 द्वीप है। इनमें से 54 द्वीप में मानव बस्ती है बाकी सभी द्वीप घना जंगल है। सुंदरवन के कुल क्षेत्रफल का 40% हिस्सा भारत में आता है और बाकी 60% हिस्सा बांग्लादेश का स्वामित्व है।
सुंदरवन में 2021 में बाघों की संख्या कितनी है?
सुंदरवन में 2021 में बाघों की संख्या तकरीबन 400 हैं। सुंदरवन क़े बाघों ने पानी में तैरने की एक अनूठी विशेषता विकसित कर ली है और अपनी आदमखोर प्रवृत्ति के लिए प्रसिद्ध है।
सुंदरवन का कुल क्षेत्रफल कितना है?
सुंदरवन का कुल क्षेत्रफल 1,330 km² हैं।
सुंदरवन में सबसे लंबी नदी कौन सी है?
सुंदरवन में सबसे लंबी और खूबसूरत नदी मधुमति हैं।